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देश है लेकिन रोजगार का न होना दुर्भाग्यपूर्ण : रघुराम राजन
By Deshwani | Publish Date: 9/9/2017 2:05:55 PMनई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन अपनी किताब 'आइ डू, वॉट यू डू' किताब के लांचिंग के मौके पर भारत आये हैं। भारत के तीन शहरों में आयोजित अलग - अलग लांचिंग समारोह के दौरान रघुराम राजन लगातार कई चैनलों - अखबारों से बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान देश की अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने अपनी राय रखी। रिजर्व बैंक के गवर्नर रहते हुए उन्होंने अपने अनुभवों का जिक्र भी किया। रघुराम राजन ने फिर से रिजर्व बैंक में वापसी की इच्छा भी जतायी है।
राजन ने कहा कि प्राइवेट कंपनियां निवेश नहीं कर रही है। बैंकों का एनपीए देश के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है। उन्होंने बैंकों के एकीकरण पर भी सवाल उठाया और कहा कि बैंक जब पहले से तकलीफ झेल रहे तो ऐसे वक्त में कई बैंकों का पुनर्गठन में ज्यादा वक्त और ऊर्जा की खपत होगी। देश में रोजगार की हालत चिंताजनक है। भारत सबसे बड़ा युवाशक्ति वाला देश है लेकिन रोजगार का न होना दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के टैग पर राजन ने कहा कि अभी दस साल लगातार दस प्रतिशत वृद्धि करने के बाद इस तरह का छाती पीटना सही माना जायेगा।