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लद गए डीजल- पेट्रोल कारों दिन, वाहन कंपनियों में मचा हडकंप
By Deshwani | Publish Date: 8/9/2017 1:15:06 PMनई दिल्ली। पेट्रोल व डीजल से चलने वाले वाहनों का अंतिम दौर आ चुका है। दुनिया भर की वाहन कंपनियां इलेक्ट्रिक इंजन पर रिसर्च कर रही हैं। उधर, कल केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वाहन कंपनियों को वैकल्पिक ईंधन की ओर बढ़ना चाहिए। चेतावनी भरे लहजे में बात करते हुए गडकरी ने कहा कि भले ही आपको यह पसंद हो या नहीं। मैं आपसे कहूंगा भी नहीं लेकिन इन वाहनों को ध्वस्त कर दूंगा। चौंकाने वाले इस बयान से वाहन कंपनियों में हडकंप मच गयी है। कल मारूति कंपनी ने एक न्यूज पोर्टल को इंटरव्यू में कहा कि हम इलेक्ट्रिक वाहन बनाने को लेकर तैयार हैं और इसके लिए रिसर्च एंड डेवलेपमेंट का काम जारी है।
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में पूरी तरह से बदलाव की स्क्रिप्ट टेस्ला कंपनी ने लिखी है। 2003 से लेकर अभी तक बेहद कम समय में टेस्ला कंपनी ने इस दिशा में बेहतरीन काम कर पूरी दुनिया के ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के सामने चुनौती खड़ी कर दी। 2017 के शुरुआती महीने तक कंपनी दो लाख से ज्यादा कारें बेच चुकी है। अमेरिकन ऑटोमेकर, एनर्जी स्टोरेज, सोलर पैनल मैन्यूफैक्चर्र कंपनी टेस्ला धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक वाहनों की सबसे बड़ी कंपनी बनने की कगार पर है।
कंपनी को 2008 में पहली कामयाबी मिली जब उसने इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स वाहन बनाये। यही नहीं इलेक्ट्रिक वाहनों के इकोसिस्टम को बेहतर बनाने के लिए कई यूरोप और अमेरिका के कई जगहों पर कंपनी ने सुपरचार्जिंग सेन्टर भी खोले। छोटी-छोटी जगह मसलन रेस्टोरेंट व महत्वपूर्ण रास्तों पर भी चार्जिंग सेंटर खोले गये हैं। भारत में उस तरह की व्यवस्था अभी तक विकसित नहीं हो पायी है लेकिन सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर गंभीर है।