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केन्द्रीय विश्वविद्यालय के भूमि अधिग्रहण पक्ष-विपक्ष मौन! पत्रकार पाण्डेय ने कहा-आन्दोलन होगा तेज
By Deshwani | Publish Date: 17/7/2018 11:00:00 PM
केन्द्रीय विश्वविद्यालय के भूमि अधिग्रहण पक्ष-विपक्ष मौन! पत्रकार पाण्डेय ने कहा-आन्दोलन होगा तेज

केविवि मोतिहारी के भूमि अधिग्रहण के लिए आन्दोलन करते बुद्धिजीवी। फोटो-देशवाणी।

 
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
 
गांधी सत्याग्रह स्मारक के मुख्य द्वार पर नगदाहां सेवा समिति के बैनर तले एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा0 प्रो कर्मात्मा पाण्डेय ने कहा कि 4 वर्षो के बाद भी महात्मा गांधी केन्द्रीय विश्वविधालय की जमीन का अधिग्रहण नहीं हो सका है। जिसके लिए सीधे तौर पर जिला प्रशासन जिम्मेदार है। चम्पारण की जनता में उबाल है। इस आन्दोलन के बाद भी अगर प्रशासन की नींद नहीं खुली तो फिर अन्दोलन को सम्भालना मुश्किल होगी।
 
 केविवि के भूमि अधिग्रहण के लिए आन्दोलन को संबोधित करते पत्रकार राकेश ओझा। फोटो-देशवाणी।
 
चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष समारोह के अध्यक्ष व वरीय पत्रकार चन्द्रभूषण पाण्डेय ने कहा कि भू-अर्जन पदाधिकारी की तानाशाही कारण भू-अर्जन नहीं हो पा रहा है। जिसका जवाब डीएम को देना होगा। कानून के प्रतिकूल किसानों के शोषण और दोहन की सोच बदलनी होगी, अन्यथा जनता सीधी कारवाई करेंगी। वहीं एमएस कॉलेज के प्रो0 रत्नेश आनन्द ने कड़े शब्दों में कहा कि सौ वर्ष पहले निलहों ने किसानों का शोषण किया और आज प्रशासन कर रहा है। कहा कि जगह की कमी के कारण छात्रों के नामांकन में संशय है।

राधा कृष्ण भवन व लुम्बिनी भवन छात्रों के वर्ग संचालन के लिए देना चाहिए। कहा कि नेता व प्रशासकों के सर्किट हाउस में मौज मस्ती से ज्यादा जरूरी है।  इन भवनों भी वर्ग संचालित करायी जाए। शिक्षा सबसे प्रमुख है। नगदाहां सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्ना गिरि ने कहा कि यह खेद जनक है कि जिस मुद्दे को जनप्रतिनधियों को उठाना चाहिए। उसे नगदाहां सेवा समिति उठा रही हैं। क्योंकि सभी नेता चाहे पक्ष के हो या विपक्ष के इस गंभीर विषय पर मौन है। कहा कि इस माह भू-अर्जन की कार्यवाही गति नहीं पकड़ती तो सभी नेताओं और पदािधकारियों का गाने बाजे के साथ शोभा यात्रा निकालकर उनकों उनके काम की याद दिलाई जाएगी। पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पंडित चन्द्र किशोर मिश्रा ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि चाहते है। केबीबी को भूमि मिले परन्तु जिला प्रशासन वेतुका बहाना बनाकर इसे टाल रहा है। जनप्रतिनिधियों को भी संवेदनशील बनाना होगा। कि वे प्रशासन पर दबाब बनाकर भू-अर्जन की कार्रवाई पूर्ण कराये। और दोषी पदाधिकारीयों के खिलाफ कारवाई के िलए आवाज उठायें-शिक्षक अरुण प्रकाश पाण्डेय, नसीमा खातुन, प्रहलाद गिरि, जितेन्द्र नाथ शर्मा, के साथ ही नगदाहां सेवा समिति के संयोजक एवं वरीय पत्रकार राकेश कुमार ओझा ने भू-अर्जन की पूरी प्रकिया की जानकारी देते हुए आह्वान किया कि सभी जिलावासी एक जुट होकर भूमि केबीबी को हस्तगत कराने के आन्दोलन के साथ दें। अन्यथा आने वाली पीढिया माफ नहीं करेंगी। हम केबीबी को बचा नहीं सके। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता रिपुसुदन तिवारी ने किया। कार्यक्रम में समाजसेवी जीतेन्द्र देव, मुखिया अवधेश कुमार तिवारी, डा0 ओम प्रकाश गुप्ता, मुन्ना तिवारी, अरुण तिवारी, मनीष गिरि, कृष्णा कुशवहां, प्रो0 शशि भुषण सिंह, अमरनाथ पाण्डेय, सरदार सुखविन्द सिंह, अशोक कुमार, संजय सत्यार्थी अधिवक्ता राजन कुमार, सोनु गुप्ता सहित जिले के बुद्धिजीवी एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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