प्रधान शिक्षिका को गोली मारी, मोतिहारी में हो रहा इलाज, पति के निधन के बाद भी दुश्वारियों के आगे नहीं झुकने वाली हैं शख्सियत
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
पूर्वी चम्पारण के गोविन्दगंज थाना क्षेत्र के विंदवलिया गांव निवासी प्रधान शिक्षिका उर्मिला कुंवर को बाइक सवार नकाबपोश अपराधियों ने कुर्मीटोली के पास गोली मार दी। श्रीमती कुंवर नवसृजित प्राथमिक विद्यालय, कुर्मी टोली की प्रधान शिक्षिका हैं। इनको स्कूल के गेट के पास गोली मारी गई है।
सशक्त, बहादुर व प्रेरणादायी महिला है शिक्षिका
एक ऐसी सशक्त महिला को अपराधियों ने गोली मारी है। जो अपने पति के निधन के बाद भी जीवन की दुश्वारियों के आगे झुकी नहीं। एक बच्ची को गोद लिया। कन्वेंट स्कूलों में पढ़ाया। फिर नवसृजित प्राथमिक विद्यालय की प्रधान शिक्षिका बनी। सचमुच बहादुर महिला है- उर्मिला कुंवर
गोली लगने के बाद बच्चों को स्कूल की चाबी दिया और हुई बेहोश-
लोगों ने इनकी हिम्मत की दाद दी। गोली लगने के बाद प्रधान शिक्षिका दौड़कर स्कूल के कैम्पस में पहुंची और उन्होंने बच्चों को स्कूल की चाबी थमाई। फिर बेहोश होकर वो जमीन पर गिर पड़ी। फिर लोगों ने उन्हें बाइक पर अरेराज स्वाथ्य केन्द्र पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने मोतिहारी रेफर कर दिया। इनका इलाज मोतिहारी के निजी नर्सिंग होम में चल रहा है। उन्हें कंधे में गोली लगी है।
पति के निधन के बाद अपने बल पर बनी प्रधान शिक्षिका-
पुरानी परंपरा को मानने वाली शिक्षिका ने अपने पति का नाम तो नहीं बताया। लिहाजा उन्होंने जो भी बताया। वह अन्य महिलाओं को जरूर ऊर्जा देगी। जो पति के नहीं रहने के बाद अक्सर टूट जाती हैं। पति के निधन के बाद उन्होंने अपनी बहन की बेटी को गोद लिया। रोजी-रोटी के लिए ससुराल पर बोझ नहीं बनी। प्राइवेट कंवेन्ट स्कूल में नौकरी की। फिर तैयारी कर, प्रधान शिक्षिका के पद पर पहुंची। बेटी सौम्या अब बड़ी हो गई है। इन्होंने सौम्या को स्नातक की पढ़ाई कराया है। इन्होंने उसकी शादी भी तय कर दी है। 25 मई को कोटवा से बरात वाली है।
देवर के साले ने दी थी धमकी-
घायल प्रधान शिक्षिका श्रीमती कुंवर ने बताया कि मोतिहारी सेंट्रलजेल में बंद हरसिद्धि निवासी मनोज ने उन्हें धमकी दी थी। मनोज उनके देवर को साला है। उन्होंने बताया कि उनके दो देवर है। विशिष्ठ राय और चन्द्रकिशोर राय। वशिष्ठ राय का साला है मनोज। उन्होंने बताया कि पति के निधन के बाद वे अपने मायके बरई टोला में रहती है। उनके हिस्से की जमीन उनके देवर ही देख-रेख करते हैं। वे जमीन की उपज भी नहीं लेती है। वे अपनी नौकरी से ही गुजारा करती हैं।
घर से स्कूल जाने के क्रम में मारी गोली-
शिक्षिका ने बताया कि नकाबपोश अपराधी चार दिनों से उनके पीछे लगे थे। लेकिन उन्हें शंका नहीं हुई। उन्होंने सोचा था उनके पीछे कोई क्यों पड़ेगा। बताया कि आज जब वे पैदल ही अपने मायके बरई टोला से कुर्मी टोला के लिए निकली। रास्ते में वहीं नकाबपोश लोगों ने उनका पीछा किया। उनसे आगे निकल गए। फिर लौटकर सामने से आने लगे। जब वे स्कूल के गेट के करीब पहुंची तो सामने से गाेली मार दी।