पटना के रंगकर्मियों ने वरिष्ठ रंगकर्मी इज़ेडसीसी सदस्य प्रसाद रत्नेश्वर को किया सम्मानित, सांस्कृतिक योद्धा भी बताया
मोतिहारी। पटना के रंगकर्मियों ने नटराज कला मंदिर के बैनर तले रविवार को मोतिहारी के वरिष्ठ रंगकर्मी और इज़ेडसीसी के नवनामित सदस्य प्रसाद रत्नेश्वर को सम्मानित किया। इन्हें सांस्कृतिक योद्धा भी बताया। इस खबर से मोतिहारी के साहित्यिक व सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों में काफी खुशी का माहौल है।
सम्मान प्रदान करने के पश्चात मुख्य अतिथि बिहार संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष तथा बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपाध्यक्ष डॉ. शंकर प्रसाद ने कहा कि प्रसाद रत्नेश्वर एक सांस्कृतिक योद्धा हैं। उनकी नयी उपलब्धि नाटक और रंगमंच के क्षेत्र में 38 वर्षों की सतत साधना का सुफल है। उनसे उम्मीद है कि वे बिहार के सांस्कृतिक परिदृश्य को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे।
कालिदास रंगालय बिहार आर्ट थियेटर के वरीय रंगकर्मी निर्देशक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय,भारत सरकार के द्वारा बिहार से पूर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में नामित होने से बिहार की कला और कलाकारों की सुनवाई होगी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्थाध्यक्ष पटना रंगमंच के वरिष्ठ रंगचिंतक कुमार अनुपम ने कहा कि प्रसाद रत्नेश्वर की उपलब्धि बिहार के तमाम रंगकर्मियों की उपलब्धि है।
लोक गायिका शीला श्रीवास्तव, नीलम सिन्हा, नीलिमा,अभिनेता रमेश सिंह,जादूगर महानंद और ई. बबन प्रसाद ने भी उदगार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन नटराज कला मंदिर की सचिव कथक नृत्य गुरु अंजुला कुमारी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन सुधांशुजी ने किया।
दूसरी ओर पटना के पूर्वी लोहानीपुर में बिहार के वरिष्ठ कला गुरु प्रो.डॉ.शंकर प्रसाद ने विशिष्ट सम्मान-समारोह का आयोजन कर अंगवस्त्र,पुष्पगुच्छ,पुस्तकें देकर तथा मुँह मीठा कर प्रसाद रत्नेश्वर को सम्मानित किया और आशीर्वचन दिए।