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बिहार
रक्सौल में एक आशा कार्यकर्ता पर जबरन प्राइवेट अस्पताल में ले जाकर ऑपरेशन कराने का लगा आरोप
By Deshwani | Publish Date: 27/5/2022 9:50:56 PM
रक्सौल में एक आशा कार्यकर्ता पर जबरन प्राइवेट अस्पताल में ले जाकर ऑपरेशन कराने का लगा आरोप

रक्सौल। अनिल कुमार। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रक्सौल में कार्यरत एक आशा कार्यकर्ता पर एक महिला ने जबरन प्राइवेट अस्पताल में ले जाकर ऑपरेशन कराकर प्रसव कराने का आरोप लगाते हुए रक्सौल थाना में आवेदन दिया है। रक्सौल थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 निवासी मुन्ना प्रसाद की पत्नी मिनाक्षी देवी ने बताया कि बीते 21 अप्रैल को जब वे आठ माह की गर्भवती थी, उस वक्त उनके पेट में दर्द की शिकायत हुयी।






जिसके बाद वे अपने पति और आस पड़ोस की दो महिलाओं के साथ इलाज के लिए रक्सौल पीएचसी रक्सौल में आयी तो वहां पर डॉक्टर नहीं थे।इस दौरान अस्पताल के मेन गेट पर खड़ी आशा कार्यकर्ता रेणू देवी ने कहा कि सरकारी अस्पताल में अच्छे डॉक्टर नहीं है, तुमको मैं अच्छे डॉक्टर के पास ले जाती हूं, बच्चा अंतिम समय में नहीं जाओगी तो कुछ गलत हो जायेगा। जिसके डर से मैं उसके साथ गयी तो वह मुझे कौड़िहार चौक के पास एक क्लिनिक में ली गयी। इससे पूर्व मेरा अल्ट्रासाउंड भी बिना डॉक्टर की पूर्जी के कराया गया। 





जब मैं कौड़िहार क्लिनिक में गयी तो बिना मेरी सहमती के मुझे बेहोश कर दिया गया और मेरा ऑपरेशन करके समय से पूर्व बच्चे का प्रसव करा दिया गया।बच्चा इतना कमजोर हुआ, जिसे डंकन अस्पताल के नसर्री में भर्ती कराना पड़ा। ऑपरेशन के नाम पर हजारो की ठगी हुयी और बच्चे के इलाज में इतना पैसा लगा कि हमलोगों को अपने परिवार की रोजी रोटी का साधन ई-रिक्सा बेचना पड़ा। अब परिवार के सामने रोजी रोटी के समस्या आ गयी है, तीन लड़कियों की पढ़ाई भी बंद हो गयी है।इधर, महिला लगातार थाना तो कभी अस्पताल का चक्कर लगाकर न्याय की गुहार लगा रही है। थानाध्यक्ष शशिभूषण ठाकुर ने बताया कि आवेदन मिला है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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