ब्रेकिंग न्यूज़
पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाटबिहार:10 जोड़ी ट्रेनें 25 फरवरी तक रद्द,नरकटियागंज-मुजफ्फरपुर रेलखंड की ट्रेनें रहेंगी प्रभावितप्रधानमंत्री ने मिजोरम के निवासियों को राज्‍य के स्‍थापना दिवस पर शुभकामनाएं दी
बिहार
रक्सौल: विश्व थैलेसिमिया दिवस पर दुतावास ने कार्यक्रम का किया आयोजन
By Deshwani | Publish Date: 9/5/2022 11:56:14 PM
रक्सौल: विश्व थैलेसिमिया दिवस पर दुतावास ने कार्यक्रम का किया आयोजन

रक्सौल अनिल कुमार। विश्व थैलेसेमिया दिवस में पैनल डीस्कसन आजादी के अमृत महोत्सव (India@75) के एक भाग के रूप में बीरगंज स्थित भारत के  महावाणिज्य दूतावास द्वारा 8 मई2022  में वाणिज्य दूतावास अन्दर "थैलेसेमिया: एक अवलोकन" नामक विचार गोष्ठी का आयोजना कर 'विश्व थैलेसेमिया दिवस' मनाया गया।इस रोग के उपचार में संलग्न शहर के प्रख्यात बालरोग विशेषज्ञ डा. एस.एस. दास (सेवा नि.) नारायणी उपक्षेत्रीय अस्पताल बालरोग विभागका विभागीय प्रमुख डा शैलेश ठाकुर और बीरगंज हेल्थकेयर सेन्टर के बालरोग विशेषज्ञ डा आनन्दकुमार झा की  कार्यक्रम में सहभागिता रही।

 
 
 
 
अपने स्वागत मन्तव्य में महावाणिज्यदूत नितेश कुमार ने नेपाल के तराई क्षेत्र में इस घातक रोग के उपचार में सहभागी प्यानेलिस्टों की भूमिका की प्रशंसा किया और थैलेसेमिया के कारण, लक्षण, निदान और उपचार के बारे में सहभागी लोगों को जानकारी देने का अनुरोध किया।
 
 
 
 
 प्यानलिस्टों ने  इस वंशाणुगत रोग के कारण को स्पष्ट रुप से बताते हुए कहा कि नेपाल में करिब 3-4% जनसंख्या इस बिमारी से पीडित है। थालेसेमिया रोग से बंचाव उपाय और  उपचार उपलब्ध होने तथा महँगा उपचार होने के कारण इस क्षेत्र के गरिब रोगी उपचार कराने मे अक्षम होने पर जोर दिया । इस रोग के प्रारम्भिक उपचार में आवश्यक नियमित छंटे हुए रक्तक्षेपण  महँगा होने के कारण उपचार संभव नही होपाने पर जोर दिया गया। थैलेसेमिया के रोगी अभिभावक , चिकित्सक के संयुक्त प्रयास से स्थायी रूप में अच्छा नही  हो पाते है। इसके लिए रोगियो की आयु लम्बा होना  आवश्यक है। 
 
 
 
पैनल डीस्कसन के बाद प्रश्न  उत्तर सत्र हुआ। जिसमें पैनल के सदस्यों ने अनेकानेक प्रश्न किया जिसका जवाब देकर शंका दूर किया गया।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS