इंदिरा आईवीएफ कार्यक्रम में आईएमए के अध्यक्ष सर्जन डॉ आशुतोष शरण ने कहा-निसंतानता पर व्यापक जागरुकता अभियान की आवश्यकता
मोतिहारी। अमित कुमार गुड्डू। आईएमए के अध्यक्ष मशहूर सर्जन डॉ आशुतोष शरण (Dr Ashutosh Sharan) ने कहा है कि निसंतानता को लेकर व्यापक अभियान की आवश्यकता है। डॉ शरण ने उक्त बातें बुधवार को इन्दिरा आईवीएफ मोतिहारी सेंटर में नन्हीं खुशियां थीम पर कार्यक्रम में कहीं।
डॉ शरण मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर कहा कि निःसंतानता को लेकर व्यापक जागरुकता अभियानों तथा उपचार केन्द्रों की आवश्यकता है। इन्दिरा आईवीएफ बेहतर सुविधाओं को रियायती दरों में दम्पतियों को उपलब्ध करा रहा है जो की बहुत हीं सराहनीय कार्य है। उन्होंने बताया कि इन्दिरा आईवीएफ ने निःसंतानता के उपचार में हो रहे नवाचारों को अपनाया है जिससे दम्पतियां को अधिक लाभ हो रहा है।
मौके पर उपस्थित इन्दिरा आईवीएफ के बिहार हेड डॉ. दयानिधि शर्मा ने बताया कि भारत में संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले 10-15 फीसदी दम्पती निःसंतानता से प्रभावित है, जिसके कारण परिवारों में बिखराव बढ़ रहा है जबकि इसका उपचार आईवीएफ के रूप में उपलब्ध है लेकिन जागरूकता के अभाव में मात्र एक प्रतिशत दम्पती ही इस इलाज को अपना पाते हैं।
इस अवसर पर अपने संदेश में में इन्दिरा आईवीएफ ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन डॉ अजय मुर्डिया ने कहा कि देश में 107 केंद्रों के माध्यम से हमारा प्रयास है कि दम्पतियों को रियायती दरों में श्रेष्ठ निःसंतानता उपचार उनके आसपास उपलब्ध हो।
इंदिरा आईवीएफ ग्रुप के सीईओ व सह संस्थापक डॉ. क्षितिज मुर्डिया ने बधाई देते हुए कहा कि अत्याधुनिक तकनीकों, चिकित्सा और आईवीएफ विशेषज्ञों कि कुशलता से इंदिरा आईवीएफ ने आईवीएफ प्रक्रियाओं में असाधारण सफलता दर हासिल की है।
वहीं इंदिरा आईवीएफ ग्रुप के सह संस्थापक व निदेशक डॉ. नितीज मुर्डिया ने नवीन आविष्कारों पर जोर देते हुए कहा कि आज के दौर में आईवीएफ में 70-75 प्रतिशत सफलता दर प्राप्त की जा सकती है।