रक्सौल। अनिल कुमार। रंगों न ऐसे की तन भींगे, रंगों ऐसे की मन भींगे..आदि गीतों व अपने चुट्कुले रूपी बातों से गुदगुदाते हुए रक्सौल में पहुँचे उत्तरप्रदेश के कवियों ने महफिल में समाँ बांध दिया। मौका था साहित्य, कला, समाज एवं संस्कृति को समर्पित संस्था संभावना के तत्वावधान में आयोजित हास्य कवि सम्मेलन सह होली मिलन समारोह का। जिसमें उत्तरप्रदेश के कई कवि व कवियत्री शामिल हुए। स्थानीय रामजानकी मंदिर सह विवाह भवन परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पश्चिमी चंपारण के उत्त्पाद अधीक्षक मनोज कुमार सिंह थे। जबकि अध्यक्षता संभावना के अध्यक्ष भरत प्रसाद गुप्त ने किया।
वहीं सह अध्यक्ष शिवपूजन प्रसाद के साथ महासचिव दिनेश धनोठिया, सचिव राजेश प्रसाद व कोषाध्यक्ष भैरव प्रसाद गुप्ता व मीडिया प्रभारी शुबोध कुमार कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे रहें। कार्यक्रम के पूर्व मंच का संचालन रविन्द्र कुमार मिश्रा ने किया। तत्पश्चात संभावना अध्यक्ष भरत प्रसाद गुप्त, पूर्व मंत्री श्यामबिहारी प्रसाद व मुख्य पार्षद चंदा देवी के साथ अतिथियों व कवि-कवियत्री ने दीप प्रज्वलित कर इसकी शुभारंभ की।
उसके बाद मंच का संचालन प्रयागराज से आये नजर ईलाहाबादी ने अपने जिम्मे संभाला और समय-समय पर विभिन्न हास्य कविता व अपनी बातों से सबको हंसाते व गुदगुदाते रहें। वहीं कानपुर से आई कवियत्री प्रियंका शुक्ला ने माँ शारदे भवानी पास मेरे नही कुछ, जो सब है तेरा, शब्द के अर्थ से स्वर जो मिल जाएगा, तब ये संभव है जीवन को दर्पण करूँ, काव्य फूल चरणों मे अर्पण करूँ गाकर सम्मेलन की शुरुआत की। वहीं एक स्थानीय बाल कलाकार ने ईश्वर से साली की मांग कविता से कर सबको आंनदित कर दिया। वहीं मिर्जापुर से आये जितेंद्र जलज ने देशभक्ति से ओतपोत कविता गाकर सबको भावुक कर दिया।
वहीं अंत मे बाराबंकी से आये विनय शुक्ला ने देशभक्ति कविताओं के साथ फ़िल्म द कश्मीर फाईल्स प्रमोशन करने के साथ हर हिंदुस्तानी को देखने की अपील की। वहीं इस बीच सभी आगन्तुको को संस्था के तरफ से रंग-अबीर लगाते हुए मिष्ठान भेंट किया गया। मौके पर जगदीश प्रसाद, प्रो. (डॉ.) अनिल कुमार सिन्हा, डॉ. रघुनाथ गुप्ता, ई. जितेंद्र कुमार, सुरेश प्रसाद, सन्नी पटेल, रजनीश प्रियदर्शी, कृष्णा साह, बिमल रुंगटा, वशी अहमद व पूर्णिमा भारती आदि मौजूद थे।