राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जिले के एलएनडी कॉलेज में एक ऑनलाइन व्याख्यान का हुआ आयोजन, विषय था-महिला सशक्तिकरण
डॉ कुमार राकेश रंजन।
युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन राष्ट्रीय सेवा योजना, क्षेत्रीय निदेशालय, पटना के निर्देशानुसार जिले के एलएनडी कॉलेज में राष्ट्रीय बालिका दिवस के शुभ अवसर पर एनएसएस के सौजन्य से सोमवार को अपराह्न 01:00- 03:00 बजे गुगलमीट प्लेटफार्म पर एक ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान का विषय था- महिला सशक्तिकरण प्राचार्य प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार ने वर्चुअल प्लेटफार्म पर जुड़े हुए छात्राओं को सशक्त करते हुए बताया कि शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में लैंगिक भेदभाव की अधिकता है। यदि इस लैंगिक भेदभाव को न्यून कर दिया जाय तो लड़कियाँ उन्मुक्त गगन में उड़ान भर सकती है। छात्राओं के हर समस्याओं के समाधान हेतु महाविद्यालय के प्राचार्य कक्ष का द्वार सदा खुला हुआ है।
एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो.अरविंद कुमार ने वर्चुअल मंच का संचालन करते हुए महिला सशक्तिकरण के अतीत और वर्तमान पर सारगर्भित प्रस्तुति दी। उन्होंने महिला सशक्तिकरण की दशाओं और अपेक्षाओं को रेखांकित किया। राष्ट्रीय सेवा योजना, क्षेत्रीय निदेशालय, पटना के निर्देशानुसार बेहतर प्रदर्शन करने वाली वनस्पति विज्ञान विभाग की छात्रा शाईस्ता प्रवीण को उत्कृष्ट महिला स्वयंसेवी घोषित किया गया।
मीडिया प्रभारी डॉ.कुमार राकेश रंजन ने धन्यवाद ज्ञापन के क्रम में कहा कि आज की महिला रसोई घर से लेकर माउंट एवरेस्ट तक अपनी सफलता का परचम लहरायी है। उनकी कौशलता किसी भी मायने में पुरुषों से कम नहीं है। पुरुष आधिपत्यवादी मानसिकता में परिवर्तन द्वारा समाज में महिलाओं को पुरुषों के साथ कदमताल कराया जा सकता है।
प्राध्यापकों की ओर से हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.राधेश्याम ने अपने उद्बोधन में बताया कि पाश्चात्य सभ्यता के अनुकरण एवं भारतीय सभ्यता की अक्षुण्णता में संतुलन द्वारा महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य को पाया जा सकता है। इस व्याख्यान को संबोधित करने वालों में प्राध्यापकों की ओर से उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. जौवाद हुसैन, हिंदी की सहायक प्राध्यापिका कस्तूरी शिवम सौंदर्यम तथा स्वयंसेवियों/छात्राओं की ओर से शाईस्ता प्रवीण, ऋचा, शिवानी तथा स्नेहा ने पद्य पठन द्वारा महिला सशक्तिकरण का संदेश दी। काजल, ऐश्वर्या प्रियदर्शनी, शालु व सुप्रिया ने भी महिला सशक्तिकरण की बाधाओं एवं आशाओं पर अपने विचार व्यक्त की। इस वर्चुअल प्लेटफार्म से भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो.राकेश रंजन कुमार सहित सभी शिक्षक एवं प्रतिभागियों की ओर से अल्पना, खुशी, प्रिया, ममता, सोनी, सुमन, नेहा, सुमन, नीतू , जूही, अभिलाषा, श्वेता, कन्हैया, हिमांशु गुप्ता, उत्कर्ष रंजन झा सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने महिला सशक्तिकरण का ज्ञान प्राप्त किया।