मोतिहारी के चकिया में मारुति स्विफ्ट में स्वत: लगी आग, दो मासूमों को जलने से बचाया गया, कार में छोड़ मां-पिता गए थे मार्केटिंग करने
मोतिहारी। पूर्वी चम्पारण के चकिया बाजार में सोमवार को मारुति स्विफ्ट कार में दो मासूम बच्चे जलने से बचा लिए गए। खबरों में बताया गया है कि इन दोनों मासूम बच्चों को कार में ही छोड़कर इनके माता-पिता मार्केटिंग करने चले गए थे। कुछ ही देर बाद कार में धुआं निकला और फिर उसमें आग लग गई।
शहर के इकलौते पेट्रॉल पम्प के निकट उस समय अफरातफरी मच गई, जब पंप के निकट पार्क की गई मारुति स्विफ्ट डिजायर कार में अचानक धु-घुकर जलने लगी। दहशत का माहौल कायम हो गया। क्योंकि कार पेट्रोल पंप के निकट थी। लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई।
तभी लोगों को महसूस हुआ कि कार में दो बच्चें भी है। दो मासूमों को कार में होने की जानकारी होने पर लोग काफी घबड़ा गए।
देखते ही देखते आग ने ऐसा बिकराल रूप अख्तियार किया कि लोग सकते में आ गए। और वहां अफरातफरी के साथ भगदड़ का माहौल कायम हो गया। तभी पंप के एक कर्मी ने हिम्मत दिखाते हुए अपनी जान पर खेल कर दोनों मासूम बच्चों को कार से निकाला।
मिली जानकारी के मुताबिक पेट्रॉल पम्प के पास रमेश पंडित नामक व्यक्ति अपनी मारुति स्विफ्ट डिजायर कार को पार्किंग कर अपनी पत्नी रमिता के साथ मार्केटिंग करने निकल गए। अपने दोनों मासूम बच्चो को गाड़ी में ही छोड़ दिया।
इसके कुछ देर के बाद उक्त गाड़ी से एकाएक धुआं निकलने के कुछ देर बाद आग लग गयी। तभी उस पेट्रोल पंप पर कार्य कर रहे मैनेजर संतोष कुमार की नज़र उन दो मासूम बच्चों पर पड़ी व उसने मानवता की मिसाल को पेश करते हुए अपनी जान पर खेलकर दोनों मासूम बच्चो को गाड़ी से निकल उसकी जान बचाई।
वहीं गाड़ी में आग लगने के बाद पूरे बाजार में भगदड़ का माहौल कायम हो गया और लोग वहां से भागने लगे। कुछ स्थानीय लोगों ने आग को बुझाने का प्रयास तो किया लेकिन वे असफल रहे। बाद में इसकी सूचना फायर बिग्रेड को दी गयी। जिसके बाद पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तबतक गाड़ी का आधा हिस्सा पूरी तरह जलकर खाक हो गया था। मौके पर चकिया थाना की पुलिस भी पहुंची ओर वहां जमा भारी भीड़ को तीतर बितर किया और आग पर काबू पाने में दमकल की टीम की मदद की।