पटना। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान पटना में शहीद हुए 7 छात्रों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। आज ही के दिन सन 1942 को दिन भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान पटना में अंग्रेजों की गोली से 7 छात्र शहीद हो गए थे।
अगस्त क्रांति के दौरान 11 अगस्त 1942 को पटना सचिवालय पर अंग्रेजों का झंडा हटाकर तिरंगा फहराने के दौरान पुलिस ने पुलिस ने छात्रों पर गोली चलाई थी। जिसमें सात छात्र शहीद हो गये थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7 शहीद उमाकांत प्रसाद सिंह, रामानंद सिंह, सतीश प्रसाद झा, जगपति कुमार, देवीपद चैधरी, राजेन्द्र सिंह व रामगोविंद सिंह को
श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीदों के नाम
उमाकान्त प्रसाद सिन्हा (रमन जी) - राम मोहन राय सेमिनरी, कक्षा 9, नरेंद्रपुर, सारण
रामानन्द सिंह - राम मोहन राय सेमिनरी, कक्षा 9, साहदित नगर (वर्तमान धनवारुआ), पटना
सतीश प्रसाद झा - पटना कॉलेजिएट स्कूल, कक्षा 10, खडहर, भागलपुर
जगत्पति कुमार - बिहार नेशनल कॉलेज, द्वितीय वर्ष, खरती, औरंगाबाद
देविपदा चौधरी - मिलर हाई इंग्लिश स्कूल, कक्षा 9, सिलहट, जमालपुर
राजेन्द्र सिंह - पटना उच्च अंग्रेजी स्कूल, मैट्रिक वर्ग, बनवारी चक, नयागांव, सारण (बिहार)[7][8]
रामगोविन्द सिंह - पुनपुन उच्च अंग्रेजी स्कूल, मैट्रिक वर्ग 9, दसरथा, पटना
अमर क्रा क्रांतिकारी खुदीराम बोस को भी उनकी 113 वीं शहादत दिवस पर आज देशभर में भावभीनी श्रद्धाजलि दी जा रही है। तत्कालीन सत्र न्यायाधीश किंग्सफोर्ड पर बम से हमला करने के मामले में आज ही के दिन 1908 को उन्हें मुजफ्फरपुर केन्द्रीय कारा में फांसी दी गयी थी।