e- LOTS ऐप - पोर्टल शिक्षकों, अभिभावकों व विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभदायक - मेरी आडलीन
बेतिया। उत्क्रमिक माध्यमिक विद्यालय कोहड़ा, योगापट्टी के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने e- LOTS का प्रशिक्षण प्राप्त किये। प्रशिक्षण देती हुई मास्टर ट्रेनर सुश्री मेरी आडलीन ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण एवं विद्यालयों का संचालन बाधित होने के कारण राज्य के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 1 से 12 के विद्यार्थियों के पठन-पाठन की निरंतरता को बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के द्वारा डिजिटल/ऑनलाइन शिक्षण की व्यवस्था किए जाने का प्रयास किया गया है। इस क्रम में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद एवं यूनिसेफ़ के संयुक्त प्रयास से कक्षा 1 से 12 की पाठ्य-पुस्तकों के आधार पर ई-कंटैंट का निर्माण किया गया। e- LOTS ऐप, पोर्टल एक इलेक्ट्रॉनिक लाइब्रेरी है, जिसमें प्रथम कक्षा से बारहवीं कक्षा की सभी पुस्तक उपलब्ध है। इस इलेक्ट्रॉनिक लाइब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों को मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर में इंस्टॉल करके कहीं भी, कभी भी पढ़ा जा सकता है।
मास्टर ट्रेनर सुश्री मेरी आडलीन ने बताया कि e- LOTS क्या है? इस ऐप को मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर में कैसे इंस्टॉल किया जाएगा? और कैसे इस्तेमाल किया जाएगा? साथ ही अन्य ऑप्शन जैसे- टीचर्स रिसोर्सेज, , कैपिसिटी बिल्डिंग, लर्निंग आउट कम, शिक्षक साथी, कैच अप कोर्स, मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय आदि की विस्तार से दिया गया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिव कुमार सिंह ने कहा कि e- LOTS बहुत ही लाभदायक और बेहतरीन एप/ पोर्टल है। इसके माध्यम से शिक्षक, छात्रगण और अभिभावकगण आसानी से पुस्तकों को कभी भी, कहीं भी पढ़ सकते है।
आज विद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राओं ने अपने मोबाइल में e-LOTS को इंस्टॉल किया और इसकी पूरी जानकारी प्राप्त की। निश्चित रूप से इस डिजिटल लाइब्रेरी से शिक्षक और विद्यार्थियों को लाभ पहुँचेगा। वही विद्यालय के शिक्षक संदीप कुमार ने कहा हम शिक्षकों के लिए यह लाइब्रेरी बहुत ही लाभदायक है। इसमें न सिर्फ पहली से बारहवीं तक की पुस्तक उपलब्ध है बल्कि टीचर्स रिसोर्सेज, शिक्षक साथी, कैच अप कोर्स, डिस्कसन फोरम आदि,से विषयगत समस्याओं का समाधन भी शिक्षक और छात्र प्राप्त कर सकते है। प्रशिक्षण में शिक्षक संतोष कु।र, नवीन कुमार, भुनेश्वर सहनी सहित छात्र- छात्रा उपस्थित हुए।