मोतिहारी में दूर-दराज से आए मरीजों के परिजन को ठरहने के अब लिए मात्र 300 रुपये में रूम, एक ही कमरे रह सकते दो-तीन लोग
मोतिहारी। पूर्वी चम्पारण के जिला मुख्यालय में धर्मशाला व सस्ते होटल नहीं रहने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के परिजन को बड़ी परेशानी होती है। ऐसे में मोतिहारी के समाजसेवी फ्लाइट इंजीनियर दिवाकर शार्मा ने आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के परिजन को ठहरने के लिए काफी बढ़िया इंतजाम किए हैं।
मरीजों के परिजन के लिए मात्र 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिवाकर शर्मा रूम उपलब्ध करा रहे हैं। इस बड़े से रूम में मरीज के दो से तीन परिजन आसानी से रह सकते है। एक कमरे में ज्यादा लोगों के ठहरने पर रोक नहीं है।
कहां पर है ठहरने की ऐसी व्यवस्था-
रूम की व्यवस्था उन्होंने खुद अपने ही आवासीय मकान में की है। ठहरने की यह व्यवस्था शहर के बीचो-बीच मुफस्सिल थाना के सामने स्थित है।
जिसके दक्षिण में त्रिभूवन जांचघर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए नगर थान पेट्रौल पंप चौराहे से दक्षिण की तरफ अस्पताल रोड में थोड़ी दूर जाना होगा। मुफस्सिल थाने के ठीक सामने एचडीएफसी का एटीएम हैं व त्रिभूवन जांचघर है। एटीएम के पास आ जाने पर आपको रूम के बारे में आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी।
त्रिभुवन जांचघर से सटे पोस्टल सुपरिंटेडेंट का ऑफिस भी है। यहीं पर स्थित है, दिवाकर शार्मा का मकान। जहां मरीजों के लिए मात्र 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से रूम मिलता है। संपर्क करें
- 95461-21216
यहां बता दें कि दिवाकर शर्मा अपने समय की मशहूर क्रांग्रेस नेत्री स्व. शांति शर्मा के छोटे सुपुत्र हैं। इन्होंने फ्लाइट इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। कुछ दिनों तक पटना एयर पोर्ट पर नौकरी भी की। बाद में इन्होंने अपने माता-पिता की सेवा के लिए नौकरी छोड़नी दी।
इनका पुत्र भी बाहर नौकरी करते है। घर पर शिक्षिका पत्नी के साथ अकेले रहते हैं। बताया कि इतना बड़ा मकान है तो क्यों न ऐसा व्यवसाय किया जाए कि जिसमें जनसेवा भी हो। और मन भी लगे। अकेलापन भी दूर हो जाए।
बताया कि उनकी पत्नी श्रीमति शांतला सिंह मोतिहारी केन्द्रीय विद्यालय में साइंस की शिक्षिका है। जब वे स्कूल चली जाती है। तो पूरे दिन इतना बड़ा घर सुना-सुना लगता है। इसलिए उन्होंने मरीजों के परिजन के ठहरने की व्यवस्था शुरू की। जिससे उनका मकान भरा-भरा लगता है।
बताया कि 300 रुपये के रूम में दो-से-तीन आदमी आराम से रहकर कर अपने परिजन का इलाज करा सकते हैं। खाना बनाने व गाड़ी पार्क करने की भी व्यवस्था दी जाती है। लिहाजा उन्होंने यह भी बताया कि जबतक वे संतुष्ट नहीं होते कि ठहरने वाले वाकई मरीजों के परिजन हैं। तबतक वे रूम किराए पर नहीं दे सकते। इसके लिए उन्हें डॉक्टर का पूर्जा दिखाना होगा। साथ में आधार कार्ड भी आवश्यक है। बतया कि यहां गलत तरह के लोगों को ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है।
ठहरने के लिए संपर्क करें
- 95461-21216