बिहार
केंद्र सरकार द्वारा कृषि विरोधी बिल के खिलाफ जविपा ने दिया एकदिवसीय धरना
By Deshwani | Publish Date: 14/12/2020 10:14:54 PMपटना : देश में कृषि कानूनों के खिलाफ जहां किसान आज भूख हड़ताल पर हैं, वहीं राजधानी पटना में इस बिल के खिलाफ जनतांत्रिक विकास पार्टी की ओर से गर्दनीबाग धरना स्थल पर एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरना का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने किया। यहां उन्होंने मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि बिल को काला कानून बताया और कहा कि किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार और भाजपा के लोग गलतबयानी देश की जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। ये बंद हो। इसी क्रम में वे चौपाल लगा कर अपनी गलतियों को छुपाने का काम कर रहे हैं।
कुमार ने कहा कि भाजपा और उनके समर्थक गोडसे को पूजने वाले हैं और गोडसे को मानने वाले लोग देश के किसानों के साथ कैसे खड़ा हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये कानून अडानी और अंबानी की खिदमत में हैं। इसलिए आज इसके खिलाफ पूरा देश जल रहा है, जिस पर प्रधानमंत्री कहते हैं कि यह कानून किसानों के हित में है तो उन्हें ये बताना चाहिए कि खुद प्रधानमंत्री और उनके मंत्री गोल मोल बातें कर किसानों को क्यों बेवकुफ बना रहे हैं? अगर यह कानून किसानों के हित में है तो जब देश कोरोना संकट से जूझ रहा था, तब इसकी जरूरत क्यों पड़ी। आखिर हड़बड़ी किस बात की थी।
उन्होंने कहा कि बिहार के किसान आज एमएसपी खत्म होने खामियाजा भुगत रहे हैं। किसानों को यहां धान की कीमत नहीं मिल रही है। उनका लागत नहीं निकल पा रहा है। यही हाल अब मोदी सरकार देश के किसानों का मोदी सरकार करना चाहती है। इसलिए हम मांग करते हैं कि केंद्र और राज्य की सरकार इस काले कानून को खत्म करने काम करे। वरना हमारा आंदोलन तक तक किसानों के हक में जारी रहेगा, जब तक कि सरकार इस काले कानून को खत्म नहीं कर देती।