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मोतिहारी में ट्रेंक्यूलर गन से बेहोश कर पकड़ाया हिंसक तेंदुआ, कइयों को घायल करनेवाले इस लेपर्ड के लिए मन में घृणा नहीं, सिर्फ ममता दिखी
By Deshwani | Publish Date: 29/11/2020 11:00:00 PM
मोतिहारी में ट्रेंक्यूलर गन से बेहोश कर पकड़ाया हिंसक तेंदुआ, कइयों को घायल करनेवाले इस लेपर्ड के लिए मन में घृणा नहीं, सिर्फ ममता दिखी

मोतिहारी। शनिवार की रात 11 बजे से लगातार कड़ी मशक्कत के बाद बेतिया से आई वन विभाग की टीम ने जंगल से भटक कर कोटवा थाना क्षेत्र के मच्छरगांवा में आए तेंदुआ पर आखिरकार रविवार की सुबह काबू पा लिया।

बच्चे सहित चार लोगों को घायल करने वाले इस हिंसक तेंदुए को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। काबू में आने के बाद वहां उपस्थित लोग इस वन प्राणी को बड़े प्यार व उत्सुक्ता से निहार रहे थे। वनकर्मी उक्त तेंदुए को पिंजड़े में डालकर प्रश्चिमी चम्पारण के वाल्मीकिनगर ले गए।


मन प्राणियों के प्रति लोगों में मन में सिर्फ प्यार, घृणा नहीं-

सबसे नोटिश करने बात यह देखने को मिली कि चार लोगों को घायल करने इस तेंदुओं के प्रति लोगों के मन में कोई घृणा भाव नहीं थें। लागों के मन वन प्राणियों के प्रति अगाध प्यार व ममता देखने को मिला। लोगों, खासकर युवाओं के मने को वनप्राणियों के प्रति प्रेम का भाव सामने उभर कर आया। ट्रेक्यूलगर गन से बेहोश हुए इस वन प्राणी को जब पिंजड़े में डाला गया तब लोगों को चिंता थी कि उसे कैसे होश में लाया जाए। पिंजड़े के ऊपर से लोग पानी के फव्वारे डाल रहे थे। जिससे तेंदुआ होश में आ जाए।


 शनिवार को उक्त देंतुआ इस गांव के सरेह में दो लोगों को घायल करने के बाद रिहाइसी इलाके में घुसा था। फिर देर शाम जविप्र दुकानदार कारी साह के मकान में घुस गया। इस दौरान बच्चे सहित चार लोगों को घायल कर दिया था। घरवाले जान बचाकर घर की छत पर चले गए थे। तब ग्रामीणों ने घर को बाहर से ताला लगा दिया। घर वालों को बाहर की तरफ से नीचे उतार लिया था। और अंतत: रविवार तड़के तीन बजे उसे ट्रेंक्यूलर गन से बेहोश कर काबू में किया गया।

 

 बाद में तेंदुए को वन विभाग की टीम कोटवा थाना पर लेकर और फिर उसे लेकर बेतिया के लिए रवाना हो गई। रात भर सैकड़ों लोग उस डीलर कारी साह के घर के आसपास डटे रहे, जिस घर मे तेंदुआ ने कब्जा जमाया था। रात करीब 11 बजे पहुंचे रेस्क्यू दल ने अपना काम शुरू किया। फिर बिना किसी नुकसान के उसे पकड़ लिया गया। 


पूरे मामले में वन विभाग के पदाधिकारी खासकर डीएफओ कार्यालय की लापरवाही के खिलाफ लोगों में रोष है। एक बार तो ऐसा भी आया कि लोग हिंसा पर उतारू हो गए। फिर स्थानीय लोगों ने ऐसा नहीं होने दिया। यहां बता दें कि जंगल से भटककर पहुंचे तेंदुआ ने एक महिला व बालक समेत चार लोगों पर हमला कर जख्मी कर दिया था, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इसको लेकर क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल था। गंभीर रूप से घायल बुच्चा मांझी व बासठ पासवान का अब भी इलाज चल रहा है।


 बुच्चा मांझी व बासठ पासवान शनिवार को गांव के बगल की झाड़ी में लकड़ी काटने गए थे। जहां तेंदुआ पहले से छुपा हुआ था। बाद में ग्रामीणों की भीड़ जुटते देख तेंदुआ झाड़ी से निकल कर कारी साह के घर में घुस गया। इस दौरान उनके परिवार की एक महिला व बच्चे को भी जख्मी कर दिया। घर के सभी लोग भाग कर छत पर शरण लेने को विवश हो गए। मौके पर मौजूद स्थानीय थानाध्यक्ष राजीव कुमार, सीओ इन्द्रासन साह और वन विभाग के अधिकारी विनोद कुमार सिंह आदि ने घेराबंदी कर तेंदुए को उसी घर में बंद कर दिया। फिर शाम में कारी साह के परिवार के लोगों को धीरे-धीरे छत से उतार लिया।  


यहां के वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रभाकर झा का कहना है कि सूचना मिलने के साथ ही वन विभाग की टीम वहां पहंच गई थी। बताया कि वे लगातार पूरे मामले की मानीटरिंग कर रहा थे। इस कार्य में मोतिहारी वन प्रमंडल के बीस से अधिक वनकर्मी व अधिकारी लगे थे। तेंदुआ को पकड़ने के लिए यहां कोई खास इंतजाम नहीं है। इसलिए बेतिया से पिंजरा, चिकित्सक, ट्रेक्यूलर गन आदि मंगाना पड़ा। तबतक एहतियातन जो भी कार्रवाई संभव होती है, वह सब किया गया। अब तेंदुए को सकुशल पकड़ कर वाल्मीकिनगर जंगल में भेज दिया है। इस काम में ग्रामीण, स्थानीय प्रशासन व वन विभाग की टीम ने बेहतर सहयोग किया है। 

 
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