थोड़ी देर में रामविलास पासवान का अंतिम संस्कार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्य के कई मंत्री और तेजस्वी यादव भी घाट पर मौजूद
पटना। दिवंगत लोजपा नेता व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान का पटना के दीघा इलाके में जनार्दन घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ थोड़ी देर में अंतिम संस्कार होगा। उनके पुत्र चिराग पासवान ने उन्हें मुखाग्नि देंगे। घाट पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
इस मौके पर राज्यभर से बड़ी संख्या में लोग अपने नेता को श्रद्धांजलि देने और अंतिम दर्शन करने पहुंचे हैं। भीड़ होने की वजह से श्रीकृष्णापुरी स्थित पासवान के घर से उनका पार्थिव शरीर देरी से निकला। सेना के विशेष वाहन से पासवान की अंतिम यात्रा निकाली गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी समेत केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी अंत्येष्टि स्थल पर मौजूद थे। केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री और पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद को इस मौके अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजा था। राज्य सरकार के कई मंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी पासवान के अंतिम संस्कार में जनार्दन घाट पर मौजूद थे।
इस बीच, नीतीश सरकार में कृषि मंत्री और भाजपा नेता प्रेम कुमार ने रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग की है। उन्होंने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी और ये मांग की। श्रद्धांजलि देने वालों में जेडीयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह और गुप्तेश्वर पांडे भी शामिल थे। जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव वहां पहुंचे तो चिराग पासवान उनसे लिपटकर रोने लगे।
रामविलास पासवान की पत्नी का भी रो-रोकर बुरा हाल था। उनकी तबियत बिगड़ गई। इससे पहले रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर शुक्रवार को विशेष विमान से पटना ले जाया गया। हवाई अड्डे पर पहुंचकर कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पासवान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन से हम सभी दुखी हैं। सीएम ने कहा कि पासवान ने युवा अवस्था से ही समाज के लिए जो काम किया, उसे लोग याद रखेंगे।
बता दें कि गुरुवार की शाम दिल्ली के एक अस्पताल में पासवान का निधन हो गया था। वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले शनिवार को उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी। पासवान केंद्र की मोदी सरकार में खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे। उन्हें देश के छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का गौरव हासिल है।