ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
कृषि बिल को लेकर कांग्रेस का हमला, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश को लेकर कही यह बात
By Deshwani | Publish Date: 24/9/2020 6:01:01 PM
कृषि बिल को लेकर कांग्रेस का हमला, प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश को लेकर कही यह बात

पटना। बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इसी सरगर्मियों के बीच कांग्रेस महासचिव और पार्टी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला गुरुवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कृषि बिल के बहाने केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की नीतीश सरकार को आड़े हाथ लिया।

 
सुरजेवाला ने  केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर कृषि विधेयकों को लेकर मोर्चा खोलते हुए कहा कि मोदी जी और नीतीश बाबू कसम किसानों की खाते हैं और दोस्ती मुट्ठीभर पूंजीपतियों से निभाते हैं। तीन काले कानून के माध्यम से हरितक्रांति को हराने की यह बीजेपी की साजिश है। उन्होंने कहा, 'आज देशभर में 62 करोड़ किसान, मजदूर और 250 से अधिक किसान संगठन इन काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार और जदयू सरकार देश को बरगला रहे हैं।'
 
उन्होंने  कहा कि नीतीश कुमार ने खेती को बर्बाद करना शुरू किया और आज पूरी तरह से तबाह कर दिया है। उन्होंने  सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे की भी मांग कर दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार किसान कानून में एसएसपी जुड़वाए नहीं तो गठबंधन तोड़ कर सीएम पद से इस्पीफा दें। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार किसानों के साथ धोखेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक धोखेबाजी है और इसके लिए बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। 
 
रणदीप सुरजेवाला ने सवालिया लहजे में कहा, 'अगर अनाज मंडी, सब्जी मंडी व्यवस्था यानी एपीएमसी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी, तब कृषि उपज खरीद प्रणाली भी पूरी तरह नष्ट हो जाएगी ऐसे में किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य कैसे मिलेगा, कहां मिलेगा और कौन देगा?'
 
उन्होंने कहा कि ये तीनों अध्यादेश संघीय ढांचे पर सीधे-सीधे हमला हैं। खेती और मंडियां संविधान के सातवें शिड्यूल प्रांतीय अधिकारों के क्षेत्र में आते हैं, लेकिन केन्द्र सरकार ने प्रांतों से राय लेना तक उचित नहीं समझा। खेती का संरक्षण और प्रोत्साहन स्वभाविक तौरे से प्रातों का विषय है, लेकिन उनकी कोई राय नहीं ली गई।
 
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे पर माथापच्ची जारी है। ऐसे में मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। वहीं, तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, अभी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है। इस मसले को हम जल्द सुलझाकर आपके सामने आएंगे। 
 
महागठबंधन को कभी भी कर सकते हैं बाय-बाय
आपकों बता दें कि पिछले दिनों ही महागठबंधन की घटक दल रही "हिंदुस्तान अवाम मोर्चा" ने महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए के साथ चलने का फैसला किया है। दूसरी तरफ आरएलएसपी के भी तल्ख तेवर देखे जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा कि सीट समझौते पर तेजस्वी से नाराज चल रहे आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा कभी भी महागठबंधन को टाटा बाय-बाय कर सकते हैं।
 
एलजेपी से बात नहीं करेगी जेडीयू
वहीं दूसरी तरफ एनडीए में भी सीट बंटवारे को लेकर रस्साकसी जोरों पर है। एनडीए की सहयोगी एलजेपी ने भी सीट को लेकर बगावत का रास्ता अपना लिया है। एलजेपी चीफ चिराग पासवान का नीतीश कुमार के खिलाफ तीखा तेवर यही बता रहे हैं कि एनडीए में कुछ ठीक नहीं चल रहा। सूत्रों से खबर मिल रही है कि जेडीयू ने यह साफ कर दिया है कि वो सीट शेयरिंग के मसले पर एलजेपी से बात नहीं करने वाली। सीट शेयरिंग को सुलझाने के लिए जेडीयू ने भाजपा के पाले में गेंद फेंक दिया है।
 
बीजेपी ने दिया चिराग को अल्टीमेटम
इधर, खबर मिल रही है कि अब बीजेपी ने भी सीट मसले पर एलजेपी को अल्टीमेटम दे दिया है। बीजेपी ने साफ कह दिया है कि वो एलजेपी को 25 सीटों से ज्यादा नहीं देगी। इस गहमागहमी से साफ है कि चिराग पासवान की परेशानी बढ़ने वाली है। आपको बता दें कि पहले से ही एलजेपी और जेडीयू में नोंक-झोंक का दौर चल रहा है। ऐसे में अगर बीजेपी भी एलजेपी से मुंह मोड़ लेती है तो चिराग को गठबंधन से अलग रास्ता अपनाना होगा।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS