त्योहारी सीजन में बिहार-बंगाल आने-जाने में नहीं होगी दिक्कतें, हो सकता है 80 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
नई दिल्ली। अक्टूबर-नवंबर में त्योहारों का सीजन शुरू हो रहा है, इसे लेकर यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे आगामी अक्टूबर-नवंबर महीने में स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ा सकता है। सूत्रों के मुताबिक अगले महीने रेलवे मंत्रालय त्योहारी सीजन में ट्रैवल डिमांड को देखते हुए करीब 80 और स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान कर सकता है। बता दें कि अक्टूबर-नवंबर में खास त्योहार, जैसे-नवरात्र, दीपावली, भाई दूज होंगे ऐसे में ट्रैवल डिमांड भी बढ़ जाती है। इसे देखते हुए रेलवे विशेष ट्रेनों का ऐलान कर सकता है।
बता दें कि अक्टूबर-नवंबर में जब दुर्गा पूजा से लेकर दशहरा, दिवाली और छठ के बड़े त्यौहार आते हैं उस वक्त ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। रेलवे ने इस स्थिति के मद्देनजर अगले 80 स्पेशल ट्रेन और चलाने की तैयारी कर रखी है। इनमें से आधी से ज्यादा ट्रेनें बिहार और बंगाल को जोड़ने वाली होंगी। यह सभी ट्रेनें भी विशेष श्रेणी वाली होंगी जो सभी आरक्षित कोच वाली होगी। इन ट्रेनों के जनरल कोच में भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए आरक्षण किया जाएगा।
अक्टूबर में हो सकता है विशेष ट्रेनों का ऐलान
इनमें अधिकांश गैर वातानुकूलित श्रेणी (सभी दर्जे) की होगी, जो त्योहारी सीजन में आम आदमी की यात्रा में मददगार होंगी। अक्टूबर-नवंबर में उत्तर भारत में ट्रेनों में सीट को लेकर बताया जा रहा है कि रेलवे मंत्रालय ऐसे रूट पर स्पेशल ट्रेन को डिमांड के हिसाब से बढ़ा सकता है। इन ट्रेनों का ऐलान अक्टूबर में किया जा सकता है। गौरतलब है कि सितंबर में ही रेलवे ने 80 स्पेशल और 40 क्लोन ट्रेनें चलाने का निर्देश दिया था।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने पहले ही दिए थे संकेत
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने सितंबर माह की शुरुआत में 12 सितंबर से चलने वाली 80 ट्रेनों को लेकर जानकारी दी थी। इन ट्रेनों का रिजर्वेशन 10 सितंबर से शुरू हो चुका है। इन स्पेशल ट्रेनों के अलावा 230 ट्रेनें पहले से ही चल रही हैं। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा था, ‘विशेष ट्रेन के लिए जब भी जरूरत होगी, जहां भी प्रतीक्षा सूची लंबी होगी, हम मूल ट्रेन के बाद उसी तरह की (क्लोन) ट्रेन चलाएंगे ताकि यात्री उसमें यात्रा कर सकें और किसी को कोई परेशानी ना हो।’ यादव ने यह भी कहा कि परीक्षा या अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए राज्यों से अनुरोध मिलने पर रेलवे स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करेगा।