बिहार
आदापुर में एसएसबी ने सामान सहित दो ट्रैक्टर किया जब्त, व्यवसायियों ने आदापुर बाजार बन्द कर किया प्रदर्शन
By Deshwani | Publish Date: 25/8/2020 10:49:54 PMरक्सौल। अनिल कुमार। बीते रविवार को एसएसबी द्वारा दो ट्रैक्टर पर रक्सौल से आदापुर आ रहे स्थानीय व्यवसायियों का सामान जब्ती किये जाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। इसको लेकर मंगलवार को भी आदापुर- श्यामपुर बाजार की दुकानें बंद कर व्यवसायियों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद पुनः सैकड़ों की संख्या में दुकानदारों ने वीरबहादुर प्रसाद के नेतृत्व में अनुमंडल मुख्यालय पहुंच एक आवेदन पत्र अनुमंडल कार्यालय में डीएसपी संजय कुमार झा को सौपा गया।साथ ही उक्त सामान जब्ती मामले की जांच निष्पक्ष रूप से कराने की मांग की गई है। इस बाबत व्यवसायी संघ के संरक्षक सह राजद नेता रमेश कुमार सिंह ने बताया कि आखिरकार जब सभी दुकानदारों के द्वारा जीएसटी बिल सहित सामान की खरीददारी कर हमेशा की तरह रक्सौल से आदापुर लेकर आ रहे थे।
जबकि सामान लादे गए ट्रैक्टरों का भी पुख्ता कागजात व कमर्शियल नम्बर है, तो फिर बिना बिल वाले सामान को एसएसबी द्वारा जब्त की जाती तो कोई परेशानी नही है, लेकिन एक साथ दोनों ट्रैक्टरों पर रखे गए सभी सामानों को बिना जांच किये आनन-फानन में जब्त कर कस्टम कार्यालय को सौंप देना बिल्कुल ही गलत है। इससे वर्तमान समय मे जारी लॉक डॉउन की मार व ऊपर से एसएसबी द्वारा की गई उक्त कार्रवाई बिल्कुल ही दुकानदारों के विरूद्ध शोषणात्मक रवैया को दर्शाता है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
इधर व्यवसायियों का एसएसबी के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहना है कि बॉर्डर से 4-5 किलोमीटर के अंदर की दुकानदारों को बेवजह परेशान किया जा रहा है, जबकि सभी तरह से वैध कागजात हैं। वहीं बॉर्डर के सटे गांवों में हर रोज विभिन्न तरह की आपत्तिजनक वस्तुओं का भंडारण कर की जा रही तस्करी के विरुद्ध एसएसबी की चुप्पी अपने आप में कई सवाल पैदा करते हैं। ऐसे में स्थानीय क्षेत्र में एक बार फिर एसएसबी द्वारा की गई उक्त जब्ती की कार्रवाई से व्यवसायियों का आक्रोश फुट गया है। नतीजतन बीते तीन दिनों से लगातार गतिरोध जारी है। दूसरी ओर एसएसबी के कमांडेंट मनोज कुमार ने अन्य तरह के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहना है कि जो भी लीगल कार्यवाही बनती है, वहीं की जा रही है।