रक्सौल। अनिल कुमार। नगर परिषद की सभापति उषा देवी पर वार्ड 09 के पार्षद कुंदन कुमार सहित कुल 14 पार्षदों द्वारा सभापति उषा देवी पर लगाये गए अविश्वाश प्रस्ताव के बाद शुक्रवार को उप सभापति काशीनाथ प्रसाद की अध्यक्षता में पार्षदों की विशेष बैठक कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनन्द की उपस्थिति में की गई। इस दौरान दंडाधिकारी के रूप में सीओ विजय कुमार मौजूद रहें। बैठक के दौरान काफी गहमा-गहमी रही। पहले तो इसे अध्यक्षता रहे उप सभापति काशीनाथ प्रसाद ने निलंबित कहा, परन्तु बाद में नियम संगत कोरम के अभाव में बैठक को खारिज कर दिया गया।
इससे सभापति उषा देवी की कुर्सी आसानी से बच गयी। बैठक के दौरान अविश्वास प्रस्ताव समर्पित करने के बावजूद भी नियत समय के अंदर पार्षदों द्वारा बहुमत सिद्ध नहीं हो पाया। 25 पार्षदों में कुल 09 पार्षदों का होना अनिवार्य था, परन्तु 07 ही पहुँच पायें। अब ऐसे में सभापति उषा देवी की कुर्सी आसानी के साथ बच गयी और फिर से उन्होंने अपना कुर्सी संभाल लिया। इसके लिए पार्षदों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दिया है।इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में इंस्पेक्टर अभय कुमार के साथ हरैया थाना प्रभारी ध्रुव नारायण व पीएसआई प्रीति कुमारी पुलिस दल के साथ तैनात रहें। गौरतलब है कि पार्षदों द्वारा लगाये गये आरोप पत्र में यह लिखा गया है कि सभापति द्वारा सदन का विश्वाश खो दिया गया है, इसलिए यह अविश्वाश प्रस्ताव समर्पित है। सभी पार्षदों के वार्ड में विकास राशि को एक समान न देते हुए समर्थक पार्षदों में राशि अधिक दी गयी है।
जबकि नगर परिषद के आंतरिक राजस्व को बढ़ाने के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया तथा होल्डिंग टैक्स, पेशा कर आदि में वृद्धि हेतु पार्ट एसेसमेंट नहीं कराया गया। जिससे राजस्व की हानि हो रही है। मौके पर सभापति उषा देवी, पार्षद मो. अब्बास, जितेंद्र दत्ता, राजकिशोर प्रसाद, रवि कुमार गुप्ता व प्रेमचंद्र कुशवाहा उपस्थित थे। जबकि नगरपरिषद के प्रधान सहायक चंद्रशेखर सिंह, वरीय उच्च वर्गीय सहायक मृत्युंजय मृणाल, कृष्णनंदन सिंह, मदन सिंह, श्रवण श्रीवास्तव, पंकज सिंह, अजित कुमार, बैजू जायसवाल, सागर गुप्ता व अविनाश मंडल सहित आदि उपस्थित थे।