बिहार
रक्सौल में एसडीएम सुुश्री आरती ने बरसात के कारण आने वाली बाढ़ की स्थिति को देखते हुए किया शहर का निरीक्षण
By Deshwani | Publish Date: 18/6/2020 11:37:24 PMरक्सौल। अनिल कुमार। नवपदस्थापित एसडीएम सुुश्री आरती ने बरसात के कारण आने वाली बाढ़ की स्थिति को देखते हुए गुरुवार को जब नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डो के ड्रेनेज सिस्टम का हाल जानने कार्यपालक पदाधिकारी गौतम आनंद, अपर एसडीएम सर्वेश कुमार व नगर परिषद अभियंता अजय शंकर के साथ निकली तो नाले की हालत देखकर नगर परिषद पर विफर पड़ी। एसडीएम आरती ने नाले की ड्रेनेज सिस्टम को देख काफी असंतुष्टि जताई और इसकी स्थिति को अविलंब सुधारने का निर्देश दी, ताकि बरसात के समय में छोटी-बड़ी नालियों गड्ढों, तालाबों का पानी बड़ा नाला होते हुए सरिसवा नदी तक पहुँच जाये और शहरवासियों को बाढ़ की समस्या से निजात मिल सके।
वहीं जब उन्होंने विभिन्न जगहों पर हुए और होने वाले जल-जमावों के पानी निकासी के लिए पम्पिंग सेट की संख्या पूछी तो एक भी संख्या न होने के कारण भौंचक रह गयी है और उन्होंने नगर परिषद को निर्देश दिया कि नगर के वार्डो में एक भी जगह अगर समस्या होती है तो इसकी जवाबदेही नगर परिषद की होगी। वहीं वार्ड-5 तुमड़िया टोला में होने वाली समस्याओं को देखते हुए एसडीएम ने कहा कि बरसात बाद यहाँ एक नाले का निर्माण कराया जायेगा, जिसे बड़े नाले में मिला दिया जायेगा। अगर गौर करें तो मिली जानकारी के अनुसार प्रति वर्ष नाला उड़ाही के लिए लगभग 20 लाख रुपये निकासी होती है और उसकी खानापूर्ति कर दी जाती है, जबकि नाले की स्थिति ज्यों की त्यों रहती है। नगर के कई ऐसे वार्ड हैं जो बिन बरसात भी जल-जमाव के चपेट में रहते हैं और वहाँ के लोग नारकीय जीवन बिताने को मजबूर हैं।
हालात तो ऐसे हैं कि बरसात के समय में खुद अनुमंडल कार्यालय मुख्य गेट की सड़कें डूब जाती है और कार्यालय बाढ़ की चपेट में आ जाता है। दूसरी ओर ब्लॉक रोड से सटे कई वार्डो में जब पानी लबालब हो जाती है तो पूर्व में सड़क काट नहर में मिला दिया जाता था तो पानी निकल जाती थी, परन्तु अब बॉर्डर अर्थात सैनिक रोड बनने के बाद शहर पानी निकलने में समस्या उत्पन्न हो गई है। जिसके कारण शहर में बड़ी समस्या भी खड़ी हो सकती है।इस संबंध में एसडीएम सुुश्री आरती ने बताया कि नगर परिषद के साथ इसके लिए एक उच्च स्तरीय बैठक भी होने वाली है। अब देखने वाली बात होगी कि क्या इस बरसात में भी समस्या वहीं रहती है या फिर कुछ निजात भी हो पायेगा।