रक्सौल में फर्जी तरीके से जमीन रजिस्ट्री करने का आरोप लगा पीड़ित परिवार थाना पहुंचा
रक्सौल।अनिल कुमार। नगर के काली नगरी वार्ड संख्या 10 निवासी संजीव प्रसाद ने सपरिवार थाना में पहुंच कर एक आवेदन दिया है। परिवार के सभी सदस्य वार्ड पार्षद के विरूद्ध स्लोगन लिखा तख्ती लिए थे।
थाने में दिए आवेदन में उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके वार्ड के पार्षद रवि गुप्ता ने उनकी मानसिक रूप से विक्षिप्त मां सुदामा देवी से चार धुर जमीन विक्की गुप्ता की मां वेदांती देवी के नाम निबंधित करा दिया है।
उन्होने बताया है कि उनके पास मात्र 6 धूर जमीन है। जिसमें एक जमीन 4 धूर व दूसरा 2 धूर है। दोनों जमीन इनकी मां के नाम से दस्तावेजी है। वे दो भाई है। उनकी मां मानसिक रूप से विक्षिप्त है। इससे संबंधित एक सनहा 2012 में सभी मोहल्लेवासियों के तरफ से दर्ज कराया गया था। इधर, चुपके-चुपके उक्त चार धूर जमीन वेदांती देवी के नाम से निबंधित करा दिया गया है। जिस जमीन वेदांती देवी के नाम से निबंधित कराया गया है, उसमें लिखा गया 13 लाख 35 हजार रूपयां सुदामा देवी को नगद दिया गया। जबकि सरकार के नियमानुसार 2 लाख से अधिक की राशी जमीन निबंधन में नगद नहीं दिया जाना है। संजीव ने आरोप लगाया पूरा यकीन है कि उनकी माता को रुपयां नहीं दिया गया है। और जमीन निबंधित करा लिया गया है। इस पूरे प्रक्रिया से हमलोग तनाव में है और बेघर हो गये है।
संजीव ने कहा कि दूसरी जमीन 2 धूर है, वह भी मां के नाम से दर्ज है। उनलोगों को संदेह है कि उक्त जमीन को निबंधित कराने के बाद उनकी मां को गायब कर दिया जाएगा। हमलोग अपनी मां से मिलने की कोशिश करते है, लेकिन इन भू-माफियाओं के द्वारा मिलने नहीं दिया जा रहा है और भू माफियाओं द्वारा मारने की धमकी दी जा रही है।
इधर, वार्ड पार्षद रवि गुप्ता ने कहा कि उन्होंने किसी तरह का षडयंत्र नहीं किया है। मेरे करीबी ने जमीन निबंधन कराई और उन्हें पहचान बनने के लिए दबाब दिया तो वे पहचान बन गया।
वहीं सुदामा देवी ने पूछे जाने पर कहा कि वे विक्षिप्त नहीं है। उनका दोनो बेटा 15 साल पहले घर से निकाल दिया है। रहने के लिए मेरे पास घर नहीं है। जमीन बेचकर मैं जमीन खरीदूंगी। थानाध्यक्ष अभय कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।