मोतिहारी में पले-बढ़े छात्र मनोज बन गए बीआरए बिहार यूनीवर्सिटी में परीक्षा कंट्रोलर, अब है प्रभारी रजिस्ट्रार भी
मोतिहारी। शहर में पले-बढ़े और लुठाहा स्कूल से अपनी प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र मनोज बीआरए बिहार यूनीवर्सिटी, मुजफ्फरपुर के परीक्षा नियंत्रक पद को सुशोभित कर रहे है। अब प्रभारी रजिस्ट्रार की जिम्मेवारी भी निभा रहे हैं।
लुठाहा स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने यहां के जिला स्कूल से 1982 में मैट्रिक किया। एमएस कॉलेज से इंटरमीडिए करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए मुजफ्फरपुर और देश की राजधानी का रुख किया। बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक और इसी वर्ष मार्च से प्रभारी कुल सचिव का पद भी संभाल रहे है। इसमें मोतिहारी में रह रहे उनके 150 से अधिक सहपाठी दोस्तों के परिवार में खुशी की लहर है।
मोतिहारी में उनके साथी पत्रकार व पदाधिकारी भी-
मोतिहारी में रह रहे पत्रकार सचिदानंद सत्यार्थी, फोटो जर्नलिस्ट इम्तेयाज अहमद, भाजपा अध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, राज्यसभा के पदाधिकारी डॉ अनुज, इतिहास के प्राध्यापक अनिल सिंह, सदर अस्पताल के पदाधिकारी अखिलेश पाण्डेय, जिला शिक्षा विभाग के राजेश पाण्डेय सर्वेयर विजय कुमार, कृषि विभाग के संजय कुमार व रंजन सिंह, जिला पार्षद नसीम अख्तर, दीपक ठाकुर व पाण्डेय संजीव सहित उनके दर्जनों सहपाठी इस बात को लेकर काफी जोश में हैं।
सहपाठी दोस्तों में खुशी-
मोतिहार में उनके तमाम लंगोटिया दोस्तों को यह बात काफी रोमांचित कर रही है कि डॉ प्रो मनोज के हस्ताक्षर वाले बहुत से शैक्षणिक कागजात अब छात्रों को मिलेंगे। ये छात्र मोतिहारी के ही नहीं बल्कि उत्तर बिहार के अधिकांश कॉलेजों के छात्रों के होंगे। जिनके पास हमारे मित्र के हस्ताक्षरयुक्त सर्टिफिकेट उपलब्ध होंगे। जो उनके भविष्य को सजाने-संवारने का काम करेगा।
मोतिहारी में 150 से अधिक दोस्तों का है परिवार-
इतने जिम्मेवार पद संभालने के कारण डॉ प्रो मनोज कुमार अब मुजफ्फरपुर यूनिर्सिटी स्थित क्वार्टर में अब सपरिवार ही रहते हैं। लिहाजा हर वक्त उन्हे मोतिहारी की याद सताती रहती है। छात्र से परीक्षा कंट्रोलर सह प्रभारी रजिस्ट्रार बने डॉ प्रो मनोज अपने जिला स्कूल मित्र मंडली 1982 के साथियों के यहां किसी भी मांगलिक आयोजनों में अक्सर मोतिहारी आते रहते हैं।
बल्कि यह कहना ज्यादा उचित होगा कि वे मोतिहारी आने का मौका ढूंढते रहेते हैं। मोतिहारी में उनके 150 दोस्तों का परिवार रहता है। बल्कि यह खबर लिखनेवाला देशवाणी प्रतिनिधि भी डॉ प्रो मनोज के सहपाठी ही है। मनोज के पिताजी श्री रामस्वार्थ प्रसाद मोतिहारी में अभियंत्रणा विभाग में पदाधिकारी रहे हैं। तो मनोज 2 वर्ष की उम्र से 1985 तक लगातार मोतिहारी में ही रहे। अब उन्हें यूनिवर्सिटी की महती जिम्मेवारी मिली है। इसलिए उनका ज्यादा समय मुजफ्फरपर में ही बीत रहा है। लिहाजा मोतिहारी के लिए उनकी दिल ज्यादा धड़कता रहता है।
मोतिहारी में होता रहता है जिला स्कूल 1982 मित्रमंडली का महाआयोजन-
मोतिहारी में जिला स्कूल 1982 मित्रमंडली का महामिलन आयोजन होता रहा है। जिसमें करीब 150 परिवार सम्मिलित होता है।