ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
कोरोना वायरस के कारण नेपाल से भारत आने वाले लोगों की सुविधा के लिए नगर परिषद ने बनवाया 20 बेड का अस्थाई रैन बसेरा
By Deshwani | Publish Date: 28/3/2020 10:50:30 PM
कोरोना वायरस के कारण नेपाल से भारत आने वाले लोगों की सुविधा के लिए नगर परिषद ने बनवाया 20 बेड का अस्थाई रैन बसेरा

रक्सौल अनिल कुमार। कोरोना महामारी के कारण नेपाल से भारत आने वाले लोगों की सुविधा के लिए नगर परिषद‍् के द्वारा 20 बेड का अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है। हजारीमल हाई स्कूल में बनाये गये रैन बसेरा में एक साथ 20 लोगों के रहने तथा भोजन करने की व्यवस्था होगी। एक्सयुटिव ऑफिसर गौतम आनंद ने बताया कि वैसे लोग जो किसी कारण से रक्सौल में लॉकडाउन में फंस गये है, उन्हे यहां पर रूकने की व्यवस्था है। यहां पर बिजली तथा पानी की समुचित व्यवस्था की गयी है।  

 
 
डीसीएलआर मनीष कुमार ने बताया कि हमलोगों की कोशिश है कि यहां पर आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। मौके पर मौजूद के नप के राकेश रंजन, बैजू जायसवाल, मृत्युजंय कुमार, सागर कुमार आदि ने बताया कि अधिकारियों से मिले निर्देश के आलोक में यहां पर लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गयी है। जो पूरे लॉकडाउन की अवधि तक यहां रूकना चाहते है, वे रूक सकते है। उन्हे किसी प्रकार की परेशानी यहां पर नहीं होगी। इधर, इस सेंटर के संचालन में पहले दिन शहर के कुछ समाजसेवियों के द्वारा सहयोग किया गया। 
 
 
स्वच्छ रक्सौल संगठन के अध्यक्ष रंजीत सिंह के पहल पर कुछ लोगों ने चावल और सब्जी का सहयोग किया है। रैन बसेरा में पहुंचे छपवा के ओमप्रकाश सहनी ने बताया कि हमलोग दो बच्चे और पत्नी के साथ नारायणघाट से पैदल आये है। दो दिनो से कुछ नहीं मिला है। ऐसे सैकड़ो परिवार है जो रक्सौल में फंसे हुये है। अब अस्थायी रैन बसेरा बन जाने के बाद उनलोगों को सुविधा मिलेगा।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS