रक्सौल में अन्तरष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शहर के श्री सत्यनारायण मारवाड़ी पंचायती मंदिर में 'एसकेके टॉक' कार्यक्रम का हुआ आयोजन
रक्सौल। अनिल कुमार। अन्तरष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शहर के श्री सत्यनारायण मारवाड़ी पंचायती मन्दिर में रविवार को 'एसकेके टॉक' कार्यक्रम का आयोजन हुआ।'इस कार्यक्रम का मूल विषय पोएट्री,रिक्रिएशन और अल्फजनामा था।
केंद्र की संचालिका शिखा रंजन के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में अपनी कविता
'काश ए जिंदगी,तुमने थोड़ा और पहले जगाया होता!'का पाठ किया तो,तालियों से सभागार गूंज उठा।खूब तालियां मिलीं।'शारदा कला केंद्र की संचालिका व राइज संस्था की सचिव शिखा रंजन के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ,युवतियों व बच्चे बच्चीयों ने हिस्सा लिया।
अखिल भारतीय मारवाडी महिला सम्मेलन की अध्यक्ष वीणा गोयल ने रक्सौल में महिलाओं की सक्रियता व उनके बढ़ते कदम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाएं कमजोर नही।किसी से कम नहीं।तो, सचिव सोनू काबरा ने अपने काव्य पाठ 'मैं आज की नारी हूँ, निशा का तम नहीं ,भोर की उजियारी हूँ,सूरज की पहली किरण हूँ!के जरिये महिला शशक्तिकरण की हुंकार भरी। इस कार्यक्रम में नन्हें-मुन्ने बच्चों ने भी अपने कला नृत्य आदि का जमकर प्रदर्शन किया।नृत्य गुरु प्रिंस सोनी ने शानदार प्रस्तुति दी।प्रतिभागियों को कैलाशचंद्र काबरा ने फूलों का पौधा देकर व बच्चों के बीच सम्मानजनक उपहार देकर सम्मानित किया।कार्यक्रम में अम्बेडकर ज्ञान मंच के संस्थापक व पत्रकार मुनेश राम ने भी सदियों से उत्पीड़ित महिलाओं को मिले संवैधानिक अधिकारों से अवगत कराते हुए कहा कि महिलाएं माता,बहन,बेटी आदि रूपों में भी वंदनीय है,जिनके बगैर दुनिया का अस्तित्व नही है।अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने के साथ ही शिक्षा को हासिल करना लक्ष्य होने चाहिए।
पत्रकार दीपक अग्निरथ ने कहा महिला सशक्तिकरण को लेकर प्रेरक काव्य वाचन किया तथा महिलाओं को समाज में उल्लेखनीय भूमिका निभाने का आह्वान किया।कार्यक्रम में लक्ष्मी धारिवाल,अनुजा अग्रवाल,सुनीता शाह,मधु अग्रवाल,प्रियंका रंजन,सीमा बरनवाल,मोनिका देवी,सुमन शर्मा,अपराजिता,बब्ली शर्मा,नीलम खेतान,रचना रूंगटा,दिव्यांशु रूंगटा,ज्योति अग्रवाल,स्वेता अग्रवाल,युवराज,आदर्श,प्रगति सिंह,तनु श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।