बिहार
टी.बी. मरीजों के हित में चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निदेश
By Deshwani | Publish Date: 21/1/2020 7:47:09 PMबेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया स्थित समहारणालय सभाकक्ष में जिला टी.बी. फोरम की बैठक मङ्गलवार को सम्पन्न हुई। उपर्युक्त बैठक को संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के निदेश के आलोक में टी.बी. रोग का शत-प्रतिशत उन्मूलन के लिए जिलास्तर पर जिला टी.बी. फोरम का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा टी.बी. उन्मूलन को चलाये जा रहे, विभिन्न कार्यक्रमों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है, जिससे टी.बी. से ग्रसित व्यक्ति आसानी से अपना ईलाज करा सके। उन्होंने कहा कि टी.बी. एक गंभीर लोकस्वास्थ्य की समस्या है। देश को टी.बी. मुक्त करने के लिए 2025 तक सरकार कृतसंकल्पित है। उपर्युक्त लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी संबंधित पदाधिकारियों, कर्मियों को शत-प्रतिशत योगदान देना होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा निःशुल्क डाग्नोसिस उपचार एवं निश्चय पोषण योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता एवं अन्य प्रयास किये जा रहे हैं। टी.बी. मरीजों को सरकार की उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं से अवगत कराना होगा। पश्चिम चम्पारण जिला सिविल सर्जन डाॅ अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि कुपोषण, मधुमेह, तम्बाकू उपयोग एवं एचआईभी से ग्रसित मरीजों में टी.बी. रोग होने की संभावना सामान्य से कई गुणा अधिक बढ़ जाती है। इसलिए उपर्युक्त सभी रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को पूरी सावधानी बरतनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मनुष्य को होने वाली सभी बीमारियों में से यह शत-प्रतिशत ठीक होने वाली बीमारी है। टी.बी. से ग्रसित मरीज को नियमित दवा खिलाने से यह बीमारी शत-प्रतिशत समाप्त हो जाती है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निदेश दिया कि टी.बी. के मरीजों के साथ मधुर व्यवहार किया जाय। इसके साथ ही टी.बी. सेंटर पर बीमारी की जानकारी लेने वाले व्यक्तियों के साथ अच्छा बर्ताव किया जाना चाहिए। मङ्गलवार को हुई इस बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन, ओएसडी सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।