रक्सौल। अनिल कुमार। केन्द्र सरकार के द्वारा बनाये गये सीएए व एनआरसी कानून को लेकर शनिवार को राजद के द्वारा आहुत बिहार बंद का रक्सौल में असर देखने को मिला। राजद नेता सुरेश यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रोषपूर्ण प्रदर्शन करते हुये बाजार को बंद कराया. सुबह से ही सड़को पर राजद कार्यकर्ता उतर गये थे, जिसके कारण मेन रोड पूरी तरह से जाम हो गया था। कौड़िहार चौक, बाटा चौक व नहर चौक पर राजद कार्यकर्ताओं ने सड़क पर टायर जला कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. जिसके कारण छोटे वाहन भी नहीं चले।
बंद के कारण रक्सौल से बाहर जाने वाली बसे दिन के समय पूरी तरह से बंद रही। दिन में करीब 2 बजे तक राजद कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, जिसके कारण सड़क पर वाहनो का परिचालन पूरी तरह से बंद रहा। हालांकि बाजार में कुछ देर के लिए राजद कार्यकर्ताओं ने रवि मस्करा के नेतृत्व में घुमघुम कर दूकानो को बंद कराया। रक्सौल में राजद के बंदी का मिलाजुला असर देखने को मिला। इधर, पूरे शहर का परिभ्रमण कर बाटा चौक पर महागठबंधन के नेताओं ने एक सभा का आयोजन किया। जिसको संबोधित करते हुये राजद नेता सुरेश यादव ने कहा कि जिस दिन सरकार ने यह कानून बनाया, वह दिन इस देश के लिए काला इतिहास साबित हुआ। सरकार आरएसएस के इशारो पर चलकर देश के संविधान को बदलने की साजिश कर रही है। जिसको किसी किमत पर कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। वहीं कांग्रेस नेता प्रो. अखिलेश दयाल, रामबाबू यादव आदि ने भी सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शन के कारण आम लोगों को भी थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं बंदी के कारण प्रशासन सजग था। रेल डीएसपी रामाकांत उपाध्याय ने रक्सौल पहुंच कर जीआरपी के पदाधिकारियों के साथ बंदी के दौरान रेल परिचालन प्रभावित नहीं हो, इसको लेकर गस्ती की। जबकि रेल इंस्पेक्टर राज कुमार भी टीम के साथ तैनात दिखे। दूसरी ओर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार झा, इंस्पेक्टर अभय कुमार, हरैया ओपी के ध्रुव नारायण प्रसाद आदि भी विधि व्यवस्था के लिए गस्त लगाते रहे। रक्सौल में बंदी पूर्ण रूप से शांतीपूर्ण रही। मौके पर नेता सैफूल आजम, नागेन्द्र नाथ तिवारी, मो. फखरूदीन आलम, राज शर्मा सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद थे।