पटना। नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर जहां एक ओर पूरे देश में आक्रोश है, वहीं, आज पटना में बी एन कॉलेज के पास महिला विकास मंच की ओर से जगरूकता अभियान चलाया गया। मौके पर नागरिकता संशोधन कानून के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने के लिए एक सप्ताह तक बिहार के कोने – कोने में मंच द्वारा जागरूकता अभियान चलाने का फैसला लिया गया। मंच की महिलाओं ने कहा कि देश में कानून को बिना समझे लोग हिंसा पर उतर आये हैं, जो गलत है।
मंच की राष्ट्रीय संरक्षक वीणा मानवी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून में बदलाव को लेकर किसी भी भारतीय नागरिक चाहे वह किसी भी धर्म के हों, उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। यह कानून से देश के बाहर से आने वाले उन लोगों के लिए है, जो बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान में प्रताड़ित हैं। इससे देश के लोगों को कोई खतरा नहीं है। इसलिए देश के सभी नागरिकों से अनुरोध है कि किसी भी तरह के अफवाहों में ना फंसे हैं।
वहीं, मंच की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फाहिमा खातून ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 को बिना समझे उस पर कोई प्रतिक्रिया सही नहीं है। इस कानून के नाम पर मुसलमानों को गुमराह किया जा रहा है, जिससे बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं हिंदुस्तान के मुसलमान भाई - बहनों से अनुरोध है कि वे राजनीतिज्ञों के मोहरे ना बने। उनके हाथों गंदी राजनीति का शिकार ना बने। मंच उन तमाम अभिभावक को संदेश देना चाहती है जिनके बच्चे कॉलेज स्कूल में पढ़ रहे हैं कृपया वे अपने बच्चों को राजनेताओं के चक्कर में ना पड़ने दें। राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष अरुणिमा ने भी नागरिकता संशोधन कानून 2019 का समर्थन करते हुए कहा कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है। यह कानून देश को मजबूत करने वाला है।
इस अभियान में महिला विकास मंच की राष्ट्रीय प्रवक्ता सरोज जयसवाल, बक्सर अध्यक्ष रंजना गुप्ता, वैशाली अध्यक्ष सोनल सिंह, नालंदा अध्यक्ष उषा सिन्हा, मोतिहारी अध्यक्ष प्रियंका सिन्हा, रोहतास अध्यक्ष सीमा सिंह, समाजसेविका प्रज्ञा भारती, संयोजक झारखंड निशी जायसवाल, अध्यक्ष साउथ कोलकाता मनीषा गुप्ता और संयोजक दिल्ली पूनम चौधरी हैं।