बेतिया। पश्चिम चम्पारण जिला को पर्यावरण प्रदूषण से मुक्त करने एवं वातावरण को स्वच्छ तथा स्वस्थ बनाने के लिए जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान का क्रियान्वयन प्रभावशाली तरीके से करने की आवश्यकता है। इस कार्य में जिला के सभी संबंधित पदाधिकारी पूरी तत्परता के साथ लग जाये। जिला के सभी प्रखंड में जाकर आमजन को सरकार की इस महत्वपूर्ण अभियान के बारे में आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराएं अधिकारी।
जिससे अधिक से अधिक लोगों तक जलवायु परिवर्तन से होने वाली हानि की जानकारी पहुंच सकें और वे पौधरोपण एवं जल संरक्षण के महत्व को समझते हुए स्वयं व्यक्तिगत रूप से अभियान से अपने को जोड़ सके। जिला के डीएम डाॅ. निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि जल, जीवन और हरियाली रहेगी, तभी मानव जीवन सुरक्षित रह सकता है। इसलिए इस अभियान में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। गुरुवार को समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित जल-जीवन-हरियाली संबंधित समीक्षात्मक बैठक में डॉ देवरे ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत कई तरह के कारगर उपायों को अमली जामा पहनाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
इस अभियान के तहत पौधरोपण, कुओं का जीर्णोद्धार, सोख्तों का निर्माण, नहर-पईन की साफ-सफाई सहित सौर उर्जा के उपयोग के माध्यम से कई कार्य किये जा रहे है। इस बैठक में जल-जीवन-हरियाली अभियान के नोडल पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह ने उपस्थित जीविका दीदियों, सेविका-सहायिकाओं, स्वच्छाग्रहियों को जल-जीवन-हरियाली से संबंधित जागरूकता अभियान की सफलता सम्बन्धित जानकारी विस्तारपूर्वक दी। उन्होंने जल-जीवन-हरियाली अभियान के सफलतापूर्वक क्रियान्यन को सभी संबंधित पदाधिकारियों, कर्मियों का उत्साहवर्धन भी किया। जिला मत्स्य पदाधिकारी मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को पूरे जीवनकाल में कम से कम 10 वृक्ष अवश्य लगाने चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभावों से सभी को अवगत कराया। प्लास्टिक का बहिष्कार करते हुए कपड़े, जूट तथा अन्य पर्यावरण अनुकूल वस्तुओं का प्रयोग करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक थैले के उपयोग पर पूरे राज्य में प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्लास्टिक थैले का उपयोग करने वाले वयक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई भी की जा रही है।
इस बैठक में जिला पदाधिकारी, डाॅ0 निलेश रामचंद्र देवरे, एडीएम, नंदकिशोर साह, उप विकास आयुक्त, रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, ओएसडी, बैधनाथ प्रसाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, हरेन्द्र झा, जिला मत्स्य पदाधिकारी, मनीष कुमार श्रीवास्तव,डीपीएम, जीविका, अविनाश कुमार, एसआरजी, मेरी एडलीन सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।