पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। 31 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हो रहे इस पावन पर्व का समापन तीन अक्टूबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य समर्पित करने के साथ होगा। छठ को लेकर प्रशासन के द्वारा युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही है। पटना जिला प्रशासन ने राजधानी के 22 छठ घाटों को खतरनाक घोषित करते हुए उसे लाल कपड़ों से घेर दिया है। वहीं दानापुर से पटना सिटी तक 90 घाटों को छठ व्रतियों के लिए तैयार किया जा रहा है।
दरअसल बीते 27 से 29 सितंबर के बीच हुई भारी बारिश के कारण छठ घाटों को तैयार करने में मुश्किलें आ रही हैं। जिन 22 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है, वो हैं- बुद्ध घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, कुर्जी पाटलिपुत्र घाट, एलसीटी घाट, बंशी घाट, अंटा घाट, जहाज घाट, सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट, खाजेकलां घाट, पत्थर घाट, अदरक घाट, गरेरिया घाट, पिदमड़िया घाट, नंद गोला घाट, नुरुउद्दीन घाट, बुंदेल टोली घाट और दमराही घाट।
छठ के दौरान लोगों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके चलते प्रशासन के आला अधिकारियों के द्वारा सभी घाटों का निरीक्षण किया जा रहा है। कुछ जगहों पर छठव्रतियों की सुविधा के लिए सीढ़ीनुमा घाट भी बनाए गए हैं। नदी में अधिक पानी वाले क्षेत्रों में एहतियातन बैरिकेडिंग की जा रही है।