बिहार
नहाय-खाय के साथ कल से शुरू होगा सूचिता और आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ
By Deshwani | Publish Date: 30/10/2019 11:55:38 AMपटना। नहाय खाय के साथ ही कल यानि गुरुवार से सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू हो जाएगा। छठ पर्व को लेकर एक ओर बाजार सज चुके हैं। वही चारों ओर हिंदी, भोजपुरी और मैथिली छठ गीतों की धूम मची हुई है। महंगाई के बावजूद बाजारों में भीड़ उमड़ रही है। छठ को लेकर फलों के दाम जहां आसमान छू रहे हैं। वहीं, बांस का सूप दो सौ रुपया जोड़ा मिल रहा है। बावजूद इसके लोग बाजारों में खरीदारी के लिए उमड़ रहे हैं। पर्व के लिए गंगाजल ले जाने तथा व्रती स्नान करने के लिए तमाम गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लग रही है।
महापर्व के नाम से जाने वाले छठ के चार दिवसीय पूजा महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को छठ व्रती नहाय खाय करेगी। इस दिन अरवा चावल, चना का दाल और कद्दू की सब्जी खाने का प्रचलन पौराणिक काल से ही चला आ रहा है। जिसकी सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। नहाय खाय के दिन व्रती स्नान, ध्यान और पूजा के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए बनाए जाने वाले प्रसाद का अनाज तैयार करेगी। उसके बाद सात्विक भोजन करेगी। दूसरे दिन शुक्रवार को खरना होगा। जिसमें व्रती दिनभर निराहार रहकर शाम में सूर्यास्त के बाद खीर तैयार कर भगवान को अर्पित कर स्वयं ग्रहण करेगी। इसके बाद परिवार के सभी लोग वह प्रसाद ग्रहण करते हैं। तीसरे दिन शनिवार को सूर्यास्त के समय अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा।
यहां उल्लेखनीय है कि पूरी दुनिया में छठ व्रती ही ऐसी होती हैं जो उगते हुए सूरज के साथ डूबते हुए सूर्य की भी पूजा करते हैं। उत्सव के अंतिम दिन रविवार को सूर्योदय की बेला में उदयाचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद सूर्योपासना का यह पावन पर्व संपन्न हो जाएगा। इस दौरान खरना के बाद से उदित होते सूर्य को अर्घ्य दिए जाने तक व्रती पूरी तरह से निराहार रहेंगे।