राजधानी पटना में जगह-जगह जल जमाव लोगों के लिए बना परेशानी का सबब, कई इलाकों में हालात बदतर
पटना। बिहार की राजधानी पटना में जगह-जगह जल जमाव लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। जलजमाव के सातवें दिन भी पटना के कई क्षेत्रों में परेशानी बरकरार है। गुरुवार को कंकड़बाग के अधिकतर इलाकों से बारिश का पानी निकल गया है। लेकिन, राजेंद्र नगर का पूरा इलाका, कदमकुआं, पूर्वी-पश्चिमी लोहानीपुर, पाटलिपुत्र कॉलोनी और न्यू बाइपास के दक्षिणी इलाकों में अब भी तबाही को मंजर बरकरार है। इन इलाकों में जमा पानी काला हो गया है, जिसकी बदबू दूर-दूर तक फैलने लगी है। पटना के अलावा बिहार के कई हिस्सों में आए जल प्रलय के कारण अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है।
हालांकि, निगम प्रशासन ने जमा हुआ पानी निकालने के लिए डीजल व इलेक्ट्रिक पंप जगह-जगह लगाये हैं, जिससे दिन-रात पानी निकाल रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन को पानी निकालने में सफलता नहीं मिल रही है। कंकड़बाग अंचल क्षेत्र के पानी जीरो प्वाइंट, योगीपुर, धनुकी मोड़, टीवी टावर संप हउसों के माध्यम से बादशाही पइन व पहाड़ी संप से पुनपुन में पानी फेंका जाता है। लेकिन, बादशाही पइन जाम और अतिक्रमित होने से करमली चक संप का पानी उल्टा आने लगा।
यह पानी बुधवार की रात्रि से न्यू बाइपास के दक्षिणी इलाकों में फैलना शुरू कर दिया। इससे पूर्वी-पश्चिमी रामकृष्ण नगर, घाना कॉलोनी, मधुबन कॉलोनी, एनटीपीसी कॉलोनी, जगनपुरा आदि इलाकों में पानी डेढ़ से तीन फुट तक हो गया है। इससे इन मुहल्लों में पहले से जलजमाव की समस्या झेल रहे लोगों की मुश्किलें और बढ़ गयी है। कंकड़बाग अंचल के पूरे क्षेत्र में जलजमाव की समस्या थी. लेकिन, गुरुवार की सुबह तक कॉलोनी मोड़ से ऑटो स्टैंड जाने वाली सड़क, जय प्रभा हॉस्पिटल रोड, ऑटो स्टैंड से मलाही पकड़ी रोड, डॉक्टर्स कॉलोनी, पीसी कॉलोनी, लोहिया नगर, अशोक नगर, हनुमान नगर, योगीपुर, विद्यापुरी, एमआइजी आदि इलाकों से पानी निकाल लिया गया। वहीं, पूर्वी इंदिरा नगर, अशोक नगर के रोड नंबर-आठ, रामलखन पथ, भोजपुर कॉलोनी, पश्चिमी इंदिरा नगर, रामविलास चौक जहां एक फुट पानी सड़कों पर जमा है।
राजेंद्र नगर का इलाका अब भी पानी में डूबा है। दिनकर गोलंबर, सैदपुर, रामपुर व पहाड़ी संप के सभी मोटर पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है। इसके साथ ही जगह-जगह एक दर्जन डीजल पंप व दो डी-वाटरिंग मशीन लगायी गयी है। इससे तेजी से पानी निकल रहा है।
इसके बावजूद बुद्ध मूर्ति गोलंबर, कांग्रेस मैदान, पूर्वी-पश्चिमी लोहानीपुर, मथुरा प्रसाद सिन्हा पथ, जनक किशोर रोड, पुराना अरविंद महिला रोड, राजेंद्र के रोड नंबर एक व दो के साथ साथ पूरा राजेंद्र नगर इलाका, बाजार समिति रोड, बहादुरपुर गांव, संदलपुर, महावीर कॉलोनी, पंचवटी नगर, रामकृष्ण नगर, नंद नगर कॉलोनी आदि मुहल्ला पानी से डूबा है।
इन इलाकों में जमे पानी का स्तर घटा है, बावजूद गुरुवार को एक से डेढ़ फुट पानी जमा है, जो काला हो गया है। काले पानी की बदबू दूर-दूर तक फैलने लगी है. इससे घरों में रहना मुश्किल हो गया है।
राजधानी के पॉश इलाकों में एक पाटलिपुत्र कॉलोनी में लगातार सात दिनों से जलजमाव की भयंकर जलजमाव की समस्या बनी हुई है। वहीं, राजीव नगर के कुछ इलाके, नेपाली नगर, सीडीए कॉलोनी, एजी कॉलोनी आदि इलाकों में जलजमाव है। इन मुहल्लों से पानी निकालने को लेकर मुहल्ला स्तर पर डीजल पंप लगाया गया है। वहीं, गोसाईं टोला संप के मोटर व अतिरिक्त डीजल पंप भी लगाया गया है।
नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी सह पीआरओ सुशील मिश्रा ने बताया कि एक-एक प्वाइंट पर अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती की गयी है। संप हाउस के साथ साथ अतिरिक्त में 75 से अधिक विभिन्न क्षमता के डीजल व इलेक्ट्रिक पंप से पानी निकाला जा रहा है।
कंकड़बाग हो या फिर राजेंद्र नगर और अन्य इलाकों से तेजी से पानी निकाला जा रहा है। शनिवार तक 90 प्रतिशत हिस्सों से पानी निकाल लिया जायेगा। वहीं, न्यू बाइपास के दक्षिणी इलाकों से वैकल्पिक व्यवस्था से पानी निकल सकता है। इसको लेकर उपाय किये गये है। इसमें थोड़ा समय लगेगा।