पटना। राजधानी पटना समेत उत्तर बिहार के ज्यादातर जिलों में लगातार मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं। भीषण बरसात में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मकान गिरने के कारण 14 लोगों की मौत हो गयी। राज्य में सड़क से लेकर रेलमार्ग तक बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर सहित कई अन्य शहरों के रिहायशी इलाकों में पानी घुस जाने से लोगों में अफरातफरी मची हुई है। कई इलाकों में लोग सुरक्षित निकलने के लिए नाव का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन इलाकों में पेयजल और बिजली का भीषण संकट पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की जनता से प्राकृतिक आपदा में धैर्य बरतने की अपील की है। उन्होंने अधिकारियों की आपातकालीन बैठक में जरूरी निर्देश दिए।
पिछले तीन दिनों से लगातार जारी मूसलाधार बारिश से बिहार के ज्यादातर हिस्सों में त्राहिमाम की स्थिति देखी जा रही है। इस आपातकालीन स्थिति में सड़क और रेलमार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इन तमाम इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं। राहत कार्यों के लिए राज्य सरकार की तरफ से कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।
भीषण बारिश राज्य के लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। रविवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 14 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। भीषण बारिश के दौरान भागलपुर में मकान ढहने की चार घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गयी। इसमें भागलपुर के हनुमान घाट में दीवार गिरने से एक दर्जन लोग दब गए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। भागलपुर में ही बड़ी खंजरपुर में महाराज घाट दुर्गामंदिर की दीवार गिरने से एक की मौत हो गयी और एक गंभीर रूप से घायल है। उधर, पटना में खगौल में एक ऑटो पर पेड़ गिरने से चार लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में तीन महिलाएं और एक बच्चा शामिल है।
बेगूसराय के बलिया थाना के मनारीगाछी टोला में मकान ढहने से छह साल की एक बच्ची की मौत हो गयी। हादसे में बच्ची की मां सहित चार घायल हो गये हैं। जमुई जिले के कुंदरी संकुराहा पंचायत के हरला गांव में मकान की दीवार गिरने से 65 वर्षीय ब्रह्मदेव मंडल की मौत हो गयी। जमुई जिले के ही बरहट प्रखंड के पिछला कटौना गांव में पूजा देवी (28) नाम की प्रसूता की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि उसका बच्चा पैदा होते ही खत्म हो गया था और उसका अपना मकान नहीं था। प्रसूता पिछले तीन दिनों से लावारिस हालत में भीगती रही और रविवार को उसकी जान चली गयी।
राजधानी पटना सहित राज्य के तमाम बड़े शहरों में पिछले तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश से लोगों के घरों में पानी घुस गया है। पटना के गांधी मैदान और एक्जीबिशन रोड सहित राजधानी के ज्यादातर हिस्से जलमग्न हो गये हैं। कई इलाकों में लोग नावों के जरिए सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जा रहे हैं। इन इलाकों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगायी गयी हैं, जहां से लोगों को निकाला जा रहा है।
रविवार को पटना हाईकोर्ट के जज मधुरेश प्रसाद के कदमकुआं स्थित आवास में पानी भर जाने के कारण एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें परिवार के साथ सुरक्षित निकाला। पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ए.पी. शाही ने पटना में मूसलाधार बारिश और बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए कहा है कि इस स्थिति में 30 सितम्बर को अधिवक्ताओं और वादियों के लिए न्यायिक कार्यों के लिए पहुंचना कठिन है। इससे संबंधित किसी भी उचित अनुरोध का समायोजन किया जाये।
पन्द्रह जिलों में रेल अलर्ट: सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, मुंगेर, वैशाली में 210 एमएम बारिश की संभावना जतायी गयी है।
नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट: शिवहर, सीतामढ़ी, सारण, बेगूसराय, भोजपुर, बक्सर, जमुई, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में 120-200 एमएम तक बारिश की संभावना जतायी गयी है।
नौ जिलों में येलो अलर्ट: पटना, शेखपुरा, लखीसराय, नालंदा, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारन में 70-110 एमएम बारिश की संभावना जतायी गयी है।