औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले में बिजली उत्पादन करने वाली नवीनगर पावर जनरेटिंग कंपनी (एनपीजीसी) की पहली इकाई का शुभारंभ किया गया। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के केंद्रीय राज्य ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने इसका उद्धाटन किया।
केंद्रीय राज्य ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से नवीनगर पावर जनरेटिंग कंपनी की तीन इकाइयों का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी पहली इकाई से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन पहले चरण के तहत प्रारंभ हो गया। इसमें से बिहार को 517 मेगावाट बिजली मिलेगी, जिससे पूरा बिहार रोशन होगा।
आरके सिंह ने कहा कि पूरे बिहार में बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 74000 करोड़ रुपये निवेश करने का कार्यक्रम है। पहले चरण में 33000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है, जबकि निकट भविष्य में 41000 करोड़ रुपये का निवेश कर बिहार को बिजली के मामले में ना केवल आत्मनिर्भर बनाया जायेगा, बल्कि यह राज्य अन्य राज्यों को भी बिजली देगा। इससे औरंगाबाद के साथ-साथ पूरे बिहार का विकास संभव हो सकेगा। अब आगे 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने का लक्ष्य है।
इस मौके पर बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि बिजली उत्पादन में औरंगाबाद जिला पूरे बिहार में नया इतिहास रचेगा। यहां केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा दो अलग-अलग बिजली घर परियोजना लगायी गयी है। इसमें एनपीजीसी की 660 मेगावाट की पहली यूनिट से बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। जल्द ही बाकी के दो यूनिट को प्रारंभ करने की योजना है। सरकार घर-घर बिजली पहुंचाने के लिए काम कर रही है।
इस मौके पर एनटीपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह, सांसद सुशील कुमार सिंह, काराकाट सांसद महाबली सिंह, नवीनगर विधायक वीरेन्द्र सिंह के अलावा एनपीजीसी के सभी अधिकारी उपस्थित थे.