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बिहार
रक्सौल में पूजा स्थल के पास सरकारी भूमि पर नगर परिषद ने कचरा डंपिंग की जगह एलॉट की ग्रामीणों ने किया बवाल
By Deshwani | Publish Date: 31/8/2019 8:00:21 PM
रक्सौल में पूजा स्थल के पास सरकारी भूमि पर नगर परिषद ने कचरा डंपिंग की जगह एलॉट की ग्रामीणों ने किया बवाल

 
रक्सौल।अनिल कुमार।

लक्ष्मीपुर पंचायत में नगर परिषद ने कचरा डंपिंग के लिए मंदिर व पूजा-पाठ वाले इलाके का चयन कर लिया है। जिसका ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया है। बाद में यह विरोध आक्रोश का रूप ले लिया। उक्त स्थान पर पहले से पूजा अर्चना की जाती है। यहां पर देवी का स्थान भी है। फिर भी नगर पंचायत ने ऐसी जगह का चयन कचरा डंपिंग के लिए किस तरह किया। यह भी जांच का विषय है।
 

 शनिवार को जब वह ग्रामीणों के सहयोग से वहां मंदिर का निर्माण और भजन कीर्तन शुरू हुआ। तब उस पर रोक लगाने गए नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी को आक्रोशित ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच उत्पन्न विवाद बवाल में तब्दील होगया। आस पास के सैकड़ों ग्रामीण वहां पहुच कर नगर परिषद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। मंदिर का निर्माण कार्य शनिवार से ही से शुरू हुआ। जिसकी जानकारी मिलते ही नगर परिषद के उपसभापति काशीनाथ प्रसाद के साथ एसडीओ अमित कुमार एसडीपीओ संजय झा वहां पहुंच कर तत्काल मंदिर निर्माण कार्य पर रोक लगाई।
 
 
 
नगर परिषद द्वारा कचरा डंपिंग के लिए एक कट्ठा 19 धुर भूमि का अधिग्रहण किया गया है। जो की सरकारी भूमि है। मगर ग्रामीणों का कहना है कि हमारे पूर्वज दशकों पूर्व से यहां पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। इसी स्थान पर प्रत्येक वर्ष धजा पड़ता है। यहां पर दशकों पूर्व से बरगद का पेड़ है। उसके पच्चास मीटर की दूरी पर सौमे माई का मंदिर स्थापित है। जहां प्रत्येक वर्ष सावन के सप्तमी के रोज पूजा अर्चना करनेवाले लोगों का भीड़ लगी रहती है। भंडारा का भी आयोजन होता है। नगर परिषद द्वारा जिस जगह को अधिग्रहण किया गया है। उसी भूमि में प्रत्येक वर्ष धजा गाड़ कर पूजा की जाती है। उसी स्थान पर हनुमान मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। इसके पूर्व में भी इस मामले को लेकर पंचायत हुई थी। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। किसी भी हाल में हमलोग यहां कचरा डंपिंग नही होने देंगे।
 

इस सम्बन्ध में एसडीएम अमित कुमार ने कहा कि यह भूमि नगर परिषद द्वारा कचरा डंपिंग के लिए एलॉट कराया गया है। जिसपर ग्रामीणों द्वारा मंदिर का निर्माण कराया जा रहा था। उक्त विवादित स्थल मंदिर निर्माण पर रोक लगाते हुए दंडाधिकारी तैनात किया है। इस बाबत एसडीपीओ संजय कुमार झा ने बताया कि ग्रामीणों और नगर परिषद के अधिकारियो के साथ मिलकर पंचायत कर मामले का निपटारा किया जायेगा।

 

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