मुख्यमंत्री नीतीश ने की बिहार में अरुण जेटली की मूर्ति लगाने की घोषणा, कहा- राजकीय समारोह के रूप में मनाई जाएगी जयंती
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व वित्त मंत्री तथा भाजपा के दिग्गज नेता स्वर्गीय अरुण जेटली की राज्य में आदमकद प्रतिमा लगाने की घोषणा की। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की तरफ से आज राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय अरुण जेटली की प्रतिमा लगाने के अलावा सरकार उनकी जयंती हर साल राजकीय समारोह के रूप में मनाएगी।
स्वर्गीय जेटली के साथ अपने सम्बन्धों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राजग को बिहार में लोगों की सेवा करने का जो मौक़ा मिला है उसमें अरुण जेटली की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। अरुण जेटली के निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति बताते हुए उन्होंने छात्र जीवन में उनकी सक्रियता, जेपी आंदोलन में उनकी भूमिका का उल्लेख करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में काम करने के समय से अरुण जेटली से उनका विशेष लगाव रहा। बिहार में लालू-राबड़ी शासन की समाप्ति और राज्य में राजग के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के भाजपा के प्रभारी बनने के बाद अरुण जेटली से उनका विशेष सम्बंध रहा। उन्होंने कहा कि राजद के गठन के बाद बिहार में वर्ष 2005 में बिहार भाजपा के प्रभारी बनने के बाद फरवरी एवं अक्टूबर-नवम्बर में हुये विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता है।
श्रद्धांजलि सभा में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, जल संसाधन मंत्री संजय झा, बिहार लोजपा प्रदेश अध्यक्ष व लोकसभा सांसद पशुपति कुमार पारस, राज्यसभा सांसद डॉ. सी.पी. ठाकुर, गोपाल नारायण सिंह, आर.सी.पी. सिंह, भाजपा के संगठन मंत्री नागेन्द्र जी मौजूद रहे।