बाढ़ को लेकर तेजस्वी ने साधा मुख्यमंत्री नीतीश पर निशाना, कहा- अब प्रकृति को ठहराएंगे दोषी
पटना। प्रदेश में गहराते बाढ़ के संकट के बीच इस मुद्दे को लेकर सूबे में सियासी पारा चढ़ने लगा है। एक ओर रविवार को जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ के मद्देनजर राहत व बचाव को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की और बाढ़ के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये है।
वहीं दूसरी मुख्य विपक्षी दल राजद ने बाढ़ के हालात को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा है। राबड़ी देवी के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि उत्तर बिहार की नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। जान, माल, फसल, मवेशी का लगातार नुकसान हो रहा है, पर आत्ममुग्ध सरकार व बेपरवाह प्रशासन मदमस्त है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होने की इन्हें क्यों चिंता होगी? आखिर दोष प्रकृति को जो देना है।
तेजस्वी ने कहा कि बाढ़ की विभीषिका से निपटने के सरकारी दावों की कलई पहले हफ्ते ही खुल गई। दावे अपनी जगह है और सुशासन के दीमकों की कमाई अपनी जगह। हर वर्ष बाढ़ राहत व बचाव, तटबंध निर्माण, पुनर्वास के नाम पर अरबों के घालमेल व बंदरबांट सुशासन की पहचान जो है। मुख्यमंत्री अब प्रकृति को दोषी ठहराएंगे।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार असंभव हवाई सर्वेक्षणों की सरकार है। ऐसी उन्नत तकनीक नासा के पास भी नहीं। सीएम चमकी बुखार, लू का हवाई सर्वेक्षण करते हैं तो मंत्री सूखाग्रस्त क्षेत्रों में अदृश्य बाढ़ से निपटने की तैयारियों का हवाई सर्वेक्षण करते हैं। घरातल की वास्तविक पीड़ी से कोई सरोकार नहीं।
साथ ही उन्होंने कहा कि राजद कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि अपने-अपने जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में यथासंभव मदद करें। प्रशासन से संपर्क स्थापित कर समस्याओं का निराकरण एवं उचित सुविधा मुहैया कराने में सहयोग करें।