बिहार
बेतिया रेड लाइट एरिया बन्द हो, मुहल्लेवासियों ने एसपी से की अपील
By Deshwani | Publish Date: 11/7/2019 4:56:47 PMबेतिया। अवधेश कुमार शर्मा। मध्यकालीन भारतीय इतिहास में चम्पारण का इतिहास जब लिखा जाएगा तो बेतिया राजघराने को नज़र अन्दाज़ नहीं किया जा सकता है। बेतिया राज का इतिहास मुगलों के दरबार से जुड़ा हुआ है। उसी राजघराने की नर्तकी नाज़नीन के नाम पर आज़ भी नाज़नीन चौक मौज़ूद है।
नाज़नीन ऐसी नर्तकी रही जो ब्रिटिश शासकों को आयकर दिया करती थी। कभी बेतिया राजघराना व जमींदारों के बच्चे वहाँ यौन शिक्षा व कला का पाठ पढ़ते रहे। कालान्तर परिस्थितियों में बदलाव की वज़ह से नाज़नीन चौक की गलियों में बड़े घर के लोग मुज़रा मनोरंजन को जाने लगे। हालात बदले तो मुज़रा सुनने वाले नहीं रहे तो नर्तकियां नाज़नीन चौक की गलियों में पेट पालने के लिए देहव्यापार में उतर गई। मनोरंजन के नाम पर बेतिया की गंज नम्बर 2 की गलियां रेड लाइट एरिया के नाम से जाना जाता है। जहाँ दिन रात गुलज़ार रहने लगा, बजती रही शहनाई व गूँजते रहे घूँघरू के आवाज़, फिर प्रबुजनों ने अंगुली उठाया तो यह कार्य चोरी छिपे कुछ गलियों में सिमट गया।
पश्चिम चम्पारण जिला प्रशासन और बेतिया पुलिस अधीक्षक जयन्त कान्त की पहल पर विगत दिनों हुई कार्रवाई से आज उन गलियों में सन्नाटा पसरा है, अब इस सन्नाटे में कभी घूँघरू व शहनाई की आवाज नहीं सुनी जा सकेगी। बेतिया नगर परिषद गंज नम्बर 2 मुहल्ले वासियों ने दृढ़ संकल्प के साथ निर्णय ले लिया है कि बेतिया के इतिहास का पन्ना सदा के लिए पलट दिया जाए। अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था जस्टिस एडवेंचर इंटरनेशनल प्रोजेक्ट ने नाज़नीन चौक स्थित गंज नम्बर 2 की गलियों की स्थिति को जाना तो विगत 4 जुलाई 19 को बेतिया पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय एनजीओ के सहयोग से बेतिया बेतिया रेड लाइट एरिया में छापेमारी कर उस क्षेत्र से दो दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया। विगत रविवार 7 जुलाई 19 को पुलिस व प्रशासन ने 6 घरों को देहव्यापार के अवैध धंधा संचालन के आरोप में सील कर दिया।
गंज नम्बर 2 के मोहल्ला वासियों के अनुसार इस क्षेत्र में इलाका में या तीसरी बार प्रशासन की छापामारी और घरों को सील करने की कार्रवाई के उपरांत, वहां की जनता ने यह निर्णय लिया कि इस क्षेत्र को देह व्यापार करने वालों से पूरी तरह मुक्ति दिलाने के लिए प्रशासनिक सहयोग लिया जाए। इसके लिए लोगों ने एसपी को आवेदन भी दिया और गुरुवार को बोर्ड लगाकर यह ऐलान किया कि अब यह क्षेत्र रेड लाइट एरिया के नाम से नहीं जाना जाएगा।