बिहार
बिहार में 'मैंगो पॉलिटिक्स': राबड़ी ने आम लेने से किया इनकार, कही ये बात...
By Deshwani | Publish Date: 3/7/2019 2:58:23 PMपटना। बिहार में अब 'मैंगो पॉलिटिक्स' शुरू हो गई है। विधानमंडल के मॉनसून सत्र के चौथे दिन आज कृषि बजट पेश किये जाने को लेकर कृषि विभाग की ओर से सभी विधायकों को आम की टोकरी बांटी गयी। वहीं, विधान परिषद में नेता विरोधी दल व आरजेडी की नेता राबड़ी देवी ने आम लेने से इनकार कर दिया। राबड़ी देवी ने इस मामले को लेकर जेडीयू-भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जो भी विधायक आम खायेगा उसे हाय लगेगी।
जानकारी के मुताबिक, बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के चौथे दिन विधानसभा में कृषि बजट पेश किये जाने को लेकर कृषि विभाग की ओर से सभी विधायकों को आम की टोकरी बांटी गयी। साथ ही आम के दो-दो पौधे भी बांटे गये। बताया जाता है कि आम बांटने का रिवाज पहले से चलता आ रहा है। आम बांटे जाने का आरजेडी और कांग्रेस ने विरोध किया है। मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से बच्चों की मौत को लेकर आरजेडी की नेता राबड़ी देवी ने आम लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रदेश में गरीब लोग मर रहे हैं, वहीं सरकार आम खा रही है. जो भी विधायक आम खायेगा, उसे हाय लगेगी। वहीं कांग्रेस विधायक प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि ये आम जो भी खायेगा, उसका पेट खराब हो जायेगा। मालूम हो कि इससे पहले मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का इस्तीफा राबड़ी देवी ने मांगते हुए सदन के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
विधायकों को आम बांटे जाने को लेकर विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी के बयान पर जेडीयू नेता श्याम रजक ने पलटवार किया है। श्याम रजक ने कहा कि विधायकों को आम की टोकरी बांटना मुजफ्फनगर में इन्सेफ्लाइटिस से हो रही मौतों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एईएस से बच्चों की मौत गरमी के कारण हुई है। पर्यावरण बेहद खतरनाक स्थिति में है। आम के पौधे वितरित कर लोगों को पेड़ लगाने का संदेश देने की कोशिश की जा रही है। आम के पौधे लोगों को अधिक से अधिक लगाने के लिए कहने का एक तरीका है, ताकि समस्या को हल किया जा सके।