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कैंसर का सही इलाज तभी संभव, जब इसके सही प्रकार का पता चले: रोटेरियन कमल सांघवी
By Deshwani | Publish Date: 2/7/2019 11:17:43 PM
कैंसर का सही इलाज तभी संभव, जब इसके सही प्रकार का पता चले: रोटेरियन कमल सांघवी

पटना। कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से इलाज के लिए आज रोटरी फ़ाउण्डेशन द्वारा रोटरी कैंसर डायगनोस्टिक सेंटर का भव्‍य उद्घाटन सवेरा कैंसर हॉस्पीटल, आर एन सिंह पथ, कंकरबाग, पटना में रोटरी इंटरनेशनल के डायरेक्‍टर रोटेरियन कमल सांघवी ने किया। इस मौके पर रोटेरियन पद्मश्री डॉ आर एन सिंह, डा वी पी सिंह, रोटेरियन विवेक कुमार, रोटेरियन गोपाल खेमका रोटेरियन सुनीत चंद्रा और रोटेरियन मनोज गुप्‍ता आदि लोग भी मौजूद रहे। इस मौके पर सवेरा कैंसर मल्‍टीसिटी हॉस्‍पीटल के एमडी सह प्रख्‍यात कैंसर विशेषज्ञ डा वी पी सिंह ने कहा कि इस योगदान के लिए रोटरी फ़ाउंडेशन का दिल से शुक्रिया करता हूँ। साथ ही इस डायग्‍नोसिस सेंटर के माध्‍यम से अभी तक सैकड़ों लोगों को विभिन्‍न चिकित्‍सा सुविधा उपलब्‍ध कराई गई और भविष्‍य में भी इसका पूरा लाभ मिलता रहेगा।     

 
उद्घाटन के अवसर पर कमल सांघवी ने कहा कि कैंसर जैसे जटिल बीमारी का इलाज समुचित रूप से करवाने के लिए मरीज को कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, जिसमें रोग के सही - सही प्रकार का पता लगाना सबसे महत्‍वपूर्ण प्रक्रिया है। क्‍योंकि कैंसर का पूर्ण रूप से इलाज तभी संभव है, जब कैंसर के सही प्रकार का पता चले। उन्‍होंने कहा कि आज के अत्‍याधुनिक दौर में कैंसर डायग्‍नोस्टिक के क्षेत्र में अत्‍याधुनिक तकनीक और मशीनरी ने कैंसर के प्रकार को समझने में अहम भूमिका निभाई है। उदाहरण के तौर पर ब्रेस्‍ट कैंसर में मेमोग्राम शुरूआती दौर में कैंसर पता लगाने में अहम भूमिका निभाता है। उसी प्रकार प्रोस्‍टेट कैंसर में पीएसए खून की जांच से इस कैंसर का शुरूआती चरण में पता चल जाता है। इसके अलावा और भी कई प्रकार की जांचें हैं, जिससे कैंसर की बीमारी का शुरूआती दौर में पता चल जाता है। इस वजह से मरीज के पूर्ण रूप से ठीक होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
 
उन्‍होंने ये भी बताया कि पेट सीटी इसी का एक और उदाहरण है, जिससे यह पता चलता है कि कैंसर शरीर में फैल चुका है या नहीं, यह पता चलने से चिकित्‍सक यह तय कर पाते हैं कि सर्जरी इलाज का विकल्‍प होगा या नहीं। कई बार जांच से यह भी पता लगाया जाता है कि कौन सी केमो की दवा कारगर साबित होगी और कौन सी नहीं।
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