बिहार
विधानमंडल मॉनसून सत्र: चमकी बुखार को लेकर पेश किया गया कार्यस्थगन प्रस्ताव, मिली मंजूरी
By Deshwani | Publish Date: 1/7/2019 12:17:36 PMपटना। बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा के अंदर और बाहर विपक्षी नेताओं ने हंगामा किया। विपक्षी दलों के सदस्यों ने मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की मौत को लेकर जमकर हंगामा किया। विपक्ष के सदस्यों ने बच्चों की मौत को लेकर सदन में कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर कर लिया। सदन में इस पर बहस जारी है।
महबूब आलम ने कहा कि वर्ष 2006 से ही मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम से बच्चों की मौत हो रही है। पीड़ित बच्चों के रात में खाना नहीं खाने की बात सामने आयी है। वहीं, उन्होंने पीड़ित परिवारों को राशन कार्ड भी उपलब्ध नहीं होने की बात कही। साथ ही कहा कि जापानी इन्सेफेलाइटिस मच्छर के काटने से होता है। अस्पतालों में इलाज का अभाव है।
इससे पहले वामदलों के सदस्यों ने महाराष्ट्र में बिहार के मजदूरों की मौत और मुजफ्फरपुर में एईएस से बच्चों की मौत को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया। साथ ही सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की। वहीं, आरजेडी के सदस्यों ने भी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की।
ज्ञात हो कि बिहार में चमकी बुखार से लगभग 170 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक बच्चों की मौत राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में हुई। मुजफ्फरपुर में अब तक 134 बच्चे चमकी बुखार के चलते अपनी जान गवां चुके हैं।