बिहार
सरिसवा नदी में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का प्रस्ताव जल आयोग ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन को भेजा
By Deshwani | Publish Date: 26/5/2019 11:51:43 PMरक्सौल की सरिसवा नदी
रक्सौल। अनिल कुमार।
सरिसवा नदी प्रदूषण समस्या के स्थायी समाधान के लिए रक्सौल में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाये जाने का प्रस्ताव राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन तथा नगर विकास एवं आवास विभाग (बिहार सरकार) को भेजा गया है।
बताया गया है कि यह प्रस्ताव केंद्रीय जल आयोग, नदी संरक्षण निदेशालय (भारत सरकार) ने डा. स्वयंभू शलभ के प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए भेजा है। इसकी जानकारी आयोग के निदेशक अजय कुमार सिन्हा ने डा. शलभ को पत्र के जरिये दी है।
पीएमओ के निर्देश के आलोक में आयोग द्वारा जारी इस पत्र में बिहार राज्य के रक्सौल में सरिसवा नदी पर एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी) तथा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाये जाने के डा. शलभ के सुझाव का स्वागत करते हुए बताया गया है कि भारत सरकार नदियों में हो रहे प्रदूषण को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संबंध में सजगता से काम कर रही है। नदियों में अनुपचारित सीवेज से हो रहे प्रदूषण को कम करने के लिए पूरे भारत में नदियों के किनारे जगह-जगह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। गंगा बेसिन में इसके लिए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) संस्था काम कर रही है।
इस प्रस्ताव को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन तथा नगर विकास एवं आवास विभाग (बिहार सरकार) को अग्रसारित किया जा रहा है। यह मुख्य अभियंता (योजना एवं विकास), केंद्रीय जल आयोग की मंजूरी से जारी किया जाता है। विदित है कि सरिसवा नदी के विषाक्त पानी की जांच के साथ रक्सौल अनुमंडलीय क्षेत्र में पेयजल की जांच करने के संबंध में डा. शलभ की अपील पर मुख्यमंत्री ने भी गत 2 मई को जल संसाधन विभाग (डब्लूआरडी) एवं लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) को निर्देश जारी किया था। मालूम हो कि सरिसवा नदी के प्रदूषण को लेकर रक्सौल में समाजसेवियों द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है। जन-चेतना जगाई जाती रही है।