सुकमा में सीआरपीएफ 150 वीं बटालियान के शहीद होने की खबर से रक्सौल के लोग मर्माहत, सर्विस गन से अनजाने में फायर हुई थी गोली़?
रक्सौल। अनिल कुमार।
सुकमा छतीसगढ़ में सीआरपीएफ जवान अरविंद कुमार पांडेय की गोली लगने से शहीद होने की खबर सुन लक्ष्मीपुर लक्षमनवा पंचायत के बेलाशपुर गांव में कोहराम मच गया। देखते ही देखते दरवाजे पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। जवान अरविंद पाण्डेय के शहीद होने के कारणो का सही पता अभी तक नहीं लग पाया है।
अभी आधिकारिक बयान भी नहीं आया है। जांच चल रही है। फिर भी बताया जा रहा है कि सर्विस रिवाल्वर से अनजाने में गोली फायर हो गई थी।मृतक अरविंद कुमार पांडेय की माँ विमला देवी, पत्नी पम्मी देवी और उनके छोटे-छोटे दो बेटा और एक बेटी का रो-रो कर बुरा हाल है। सबसे छोटा बेटा अनुराग कुमार पांच वर्ष का है। उसे तो पता भी नही है कि इतने लोग दरवाजे पर क्यों आए हैं।
खबर सुन गुरुवार को एसडीओ अमित कुमार, एसडीपीओ संजय कुमार झा के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम विलाशपुर स्तिथअरविंद पांडेय के घर पहुंचकर उनके शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी।
इस दौरान एसडीओ अमित कुमार ने मृतक के परिजनों को धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि अरविंद पांडेय का पार्थिक शरीर के साथ आने वाले सीआरपीएफ के यूनिट के लोगों से ही वास्तिविक बात का पता चल पाएगा कि उनकी मौत किस प्रकार से हुई।
उन्होंने बताया कि समाचार चैनलों के माध्यम से पता चला कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में कार्यरत अरविंद पांडेय की मौत उनके ही सर्विस गन से फायर होने के कारण हो गई। शहीद अरविंद पांडेय के भाई सुनील पांडेय ने बताया कि शुक्रवार को सुबह में ही शव आने की संभावना है। रायपुर से पटना प्लेन से उनका शव आएगा और वहाँ से सड़क मार्ग से पैतृक गांव पहुंचेगा।
उन्होंने बताया कि मेरे भाई अरविंद पांडेय सीआरपीएफ 150 बटालियन तमेलवाड़ा हेड कॉन्स्टेबल जीड़ी के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ 150 बटालियन के उप कमांडेंड दीपक कुमार ने मेरे बड़े भाई अनिल पांडेय को दूरभाष पर बताया कि ड्यूटी से आने के बाद 4 बजे के आस-पास हथियार निरीक्षण के दौरान गोली चली जिससे उनकी मौत हो गई।