पटना। पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री व भाजपा के उम्मीदवार रामकृपाल यादव और राज्यसभा सांसद व राजद की नेता मीसा भारती ने आज नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके साथ ही पटना के सियासी ताममान में भी इजाफा हो गया है। दोनों के समर्थक थोड़ी देर के लिए आमने-सामने भी हुये और इनके बीच धक्का-मुक्की भी हुई लेकिन हालात की नजाकत को समझते हुये फिर दोनों के समर्थकों ने अलग राह पकड़ ली।
एक ओर रामकृपाल यादव महावीर मंदिर में पूजा -अर्चना करके रोड शो करते हुये कलेक्ट्रेट स्थित विकास भवन पहुंचे तो दूसरी ओर मीसा भारती अपने पिता लालू यादव की तस्वीर के साथ विकास भवन पहुंची। इस अवसर पर मीसा के साथ पूर्व मुख्यमंत्री व उनकी मां राबड़ी देवी और उनके भाई तेजप्रताप यादव भी थे। रोड शो के दौरान रामकृपाल यादव के समर्थक गांव-गांव में चौकीदार, गली-गली में चौकीदार, पाटलिपुत्र भी कर रहा पुकार, फिर एक बार मोदी सरकार के नारे जोशो -खरोश के साथ लगाते रहे। दिन में बढ़ती तपिश के बावजूद इस रोड शो में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुये।
दूसरी ओर अपनी मां राबड़ी देवी और भाई तेजप्रताप यादव के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने विकास भवन पहुंची मीसा भारती का इस बात का मलाल था कि रांची की जेल में बंद होने की वजह से उनके पिता लालू यादव इस अवसर पर उनके साथ नहीं थे।नामांकन के समय उनके छोटे भाई तेजस्वी भी नहीं थे।
उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब पर्चा भरने के दौरान उनके पिता लालू यादव उनके साथ नहीं है। इसलिए वह अपने पिता की तस्वीर अपने साथ लेकर आयी हैं। साथ उन्होंने यह भी कहा कि पाटलिपुत्र की जनता लालू यादव के साथ हो रहे अन्याय का बदला जरुर लेगी। उन्होंने कहा कि पिता की गैरमौजूदगी में तेजप्रताप यादव उनके साथ है और मां भी उनके साथ आई हूं। लालू परिवार पूरी तरह से एक है। जो लोग लालू परिवार में टूट की उम्मीद लगाये हुये हैं उन्हें पाटलिपुत्र की जनता जरूर जवाब देगी।
इस अवसर पर अपने प्रतिद्वंदी रामकृपाल से संबंधित किसी भी सवाल वह बचती रही। दूसरी तरफ रामकृपाल यादव ने कहा कि राजद एक परिवारवादी पार्टी है और इस पार्टी को कोई भविष्य नहीं है। एक बार पहले भी लालू खानदान की उम्मीदवार इस लोकसभा क्षेत्र से शिकस्त खा चुकी हैं। पाटलिपुत्र की जनता एक बार फिर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के मूड में है।