बेतिया। हृदयानंद सिंह यादव।
जिला के इनरवा थाना क्षेत्र के पिडा़री बाजार चौक पर शुक्रवार की देर संध्या को वाहन जांच के दौरान पुलिस व पब्लिक की भिड़ंत में दो थानाध्यक्ष सहित एक दर्जन जवान घायल हो गए। घायलों में मैनाटाँड़ थानाध्यक्ष राम विनोद सिंह, इनरवा थानाध्यक्ष उदय कुमार, एएसआई दीप नारायण प्रसाद, मुन्ना महतो, राज किशोर प्रसाद, हवलदार प्रमोद सिंह, सिपाही रवि भूषण प्रसाद, चौकीदार ललन साह, ड्राइवर पारस यादव आदि शामिल है। सभी घायलों का इलाज समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनाटाँड़ में किया गया।
बताया जाता है कि रात्रि गश्ती में इनरवा थाना की पुलिस पिडा़री बाजार के समीप वाहन जांच कर रही थी तभी रास्ते के किनारे अपने गन्ना लदे ट्रैक्टर के इंतजार में खड़ा पिडा़री निवासी रामश्रय साह का पुत्र धनंजय कुमार से इनरवा थाना का निजि ड्राइवर हारून आलम पुलिस का धौस दिखाकर डराने धमकाने लगा। धनंजय ने इसका विरोध किया तो ड्राइवर ने गाली गलौज व पीटना शुरू कर दिया।
इसी बिच पुलिस ने धनंजय को पुलिस जीप में बैठा लिया। पुलिस द्वारा धनंजय के साथ ज्यादती होता देख स्थानिय लोग आक्रोशित हो उठे। मंदिर मस्जिद में लगे माइक से कुछ ग्रामीणों ने पूरी घटना की जानकारी गांव वालों को बता दी। सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच इनरवा पुलिस पर हमला बोल इनरवा थानाध्यक्ष को घंटो बंधक बनाए रखा।
इधर घटना की सूचना मिलते ही मैनाटाँड़ थाना सदल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचने ही वाली थी कि सैकड़ों लोगों ने लाठी डंडों से लैस होकर पुलिस जीप पर धावा बोल दिया। आक्रोशित लोगों ने मैनाटाँड़ थानाध्यक्ष राम विनोद सिंह सहित पुलिस जवानों पर लाठी डंडा की बरसात करना शुरू कर दी। और पुलिस जिप्सी को क्षतिग्रस्त कर नहर में पलट दी। खून से लतपत थानाध्यक्ष अपने जवानों के साथ किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहे।
घटना की जानकारी एसपी को दी गई। सूचना पर पहुंचे एसपी जयकांत सहित एक दर्जन थानों के पुलिस ने त्वरित कार्यवाई करते हुए पिडा़री गांव पहुंच एक्शन लिया और करीब एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इधर इनरवा थानाध्यक्ष उदय कुमार ने बताया कि सात लोगों को हिरासत में लेकर पुछताछ की जा रही है।