बिहार: लोकसभा चुनाव में 7.06 करोड़ मतदाता, पहली बार वोट डालेंगे 5.79 लाख युवा मतदाता
पटना। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 17वीं लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही बिहार में आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गया है। निर्वाचन से जुड़े सभी पदाधिकारी अब भारत निर्वाचन आयोग के अधीन काम करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को राजनीतिक दलों के प्रचार प्रसार से जुड़े बैनर और पोस्टरों को हटाने का आदेश दिया गया है।
लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद निर्वाचन विभाग में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि नए-नए मतदाता बने 5.79 लाख युवा पहली बार अपने मताधिकार को प्रयोग करेंगे। ये सभी 18 से 19 साल के बीच हैं। ये ऐसे वोटरों जो एक जनवरी, 2000 के बाद पैदा हुए हैं।
राज्य में कुल वोटरों की संख्या 7,06,03,778 है, जिनमें 3,73,07,904 पुरुष, 3,32,93,468 महिला और 2406 ट्रांसजेंडर हैं, जो पिछली बार की तुलना में 14.41 लाख ज्यादा है। इस बार चुनाव में 1.40 लाख सर्विस वोटर भी मतदान में हिस्सा लेंगे। लोकसभा चुनाव में लिए 72,723 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जो पिछली बार की तुलना में 10 हजार अधिक है।
सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और दुष्प्रचार पर रोक लगाने के लिए निर्वाचन विभाग में आठ सदस्यीय सेल का गठन किया गया है। सेल मुख्यालय स्तर पर सोशल मीडिया की गतिविधियों की मॉनिटरिंग करेगा। इसके लिए एप लांच किया गया है। जिसपर अपलोड की गई शिकायतों पर सौ मिनट के भीतर कार्रवाई की जाएगी।
लोकसभा चुनाव के दौरान इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया पर प्रचार के लिए आयोग की अनुमति अनिवार्य होगी। इसके लिए जिला, मुख्यालय और सीईओ स्तर पर तीन कमिटियों का गठन किया गया है। अनुमति के लिए निबंधित पार्टियों को तीन दिन पहले और निर्दलीय प्रत्याशियों को सात दिन पहले आवेदन देना होगा। आवेदक को वीडियो फुटेज, ट्रांसक्रिप्ट और खर्च का ब्योरा देना होगा।
वोटरों को चुनाव और वोटर लिस्ट से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए आयोग का हेल्प लाइन नंबर काम करने लगा है। 1950 पर एसएमएस भेजकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा राष्ट्रीय मतदाता पोर्टल पर नाम जोड़ना, कटवाना और स्थानांतरण से संबंधित आवेदन की सुविधा उपलब्ध है।
सीईओ ने बताया कि मतदान के दौरान सभी लोकसभा क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा मतदान के पहले वोटरों में विश्वास पैदा करने के लिए भी केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।