मुंगेर से लाई थी पिस्टल, बगहा के बालू ठीकेदार को करनी थी सप्लाइ, बेतिया में धराया
बेतिया। देशवाणी।
पप्पू ने मुंगेर से लाई थी पिस्टल। बेतिया के एक ठीकेदार को सप्लाइ देनी थी। लेकिन बेतिया में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने मैगजीन के साथ एक पिस्टल, सेल फोन व अन्य सामग्री के साथ पप्पू को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुंगेर के बासुदेव ओपी क्षेत्र के बासुदेवपुर निवासी पप्पू कुमार के साथ बेतिया के बानू छापर निवासी कुंदन तिवारी को भी गिरफ्तार किया है। यह पिस्टल बगहा के एक ठीकेदार को सप्लाइ देनी थी। इसके एवज में उसे 2 हजार रुपये मिले थे।
एसपी जयंत कांत ने बताया कि गिरफ्तार पप्पू के पास से एक पिस्तौल मैगजीन सेलफोन व अन्य सामग्री जब्त किए गए हैं। एसपी ने बताया कि हथियार के तस्कर मुंगेर जिला के बासुदेवपुर ओपी क्षेत्र अंतर्गत बासुदेवपुर निवासी पप्पू कुमार को गिरफ्तार किया गया है। वह पिस्तौल को बगहा ले जाने की फिराक में था। इसी दौरान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हरीवाटिका चौक के समीप से रविवार की शाम उसे दबोच लिया गया। इसके अलावा पुलिस ने बानु छापर के कुंदन तिवारी को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस काफी अरसे से कुंदन की तलाश में थी।
एसपी को गुप्त सूचना मिली कि हरिबाटिका चौक पर एक युवक पिस्तौल लेकर है। वह बगहा जाने की फिराक में है। वह बस का इंतजार कर रहा है। सूचना के आलोक में एसपी ने सदर डीएसपी पंकज कुमार रावत के नेतृत्व में टीम गठित की। डीएसपी व टीम शामिल मुफस्सिल थानाध्यक्ष श्री राम सिंह ने हरीवाटिका का चौक पर छापेमारी की। पुलिस को देख पप्पू भागने की कोशिश की। लेकिन घेराबंदी कर उसे दबोच लिया गया। उसके शरीर की तलाशी ली गई। उसके पास से हथियार मैगजीन अन्य सामग्री मिले।
दो हजार रुपये मिले थे, बगहा के ठेकेदार को सप्लाइ देनी थी पिस्तौल-
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान स्वीकारोक्ति बयान में पप्पू ने बताया है कि उसने मुंगेर से पिस्टल लाई गई थी। जिसे बगहा के बालू ठेकेदार अविनेश को देनी थी। अविनेश के भाई अविनाश ने पप्पू को पिस्तौल दी थी। दोनों भाई मुंगेर के रहने वाले हैं
बगहा की गाड़ी नहीं मिलने पर रुक गया था बेतिया-
पुलिस सूत्रों के अनुसार पप्पू को पिस्तौल पहुंचाने के मद में दो हजार रुपया मिला था। रुपए के लालच में वह पिस्तौल पहुंचाने को तैयार हो गया था। पूछताछ में पप्पू ने इसका खुलासा किया है। मुंगेर से पिस्तौल लेकर पप्पू शनिवार को ही बेतिया गया था। बगहा जाने के लिए कोई सवारी नहीं मिलने के कारण वह बेतिया में ही ठहर गया था।