मोतिहारी में केसरिया नगर पंचायत के मुख्यपार्षद रिंकू पाठक को पकड़ ले गई सहरसा पुलिस
मोतिहारी। देशवाणी।
पूर्वी चम्पारण के केसरिया नगर पंचायत के मुख्य पार्षद रजनीश पाठक उर्फ रिंकू पाठक को सहरसा की पुलिस टीम ने गिरफ्तार लिया है।
इसके पहले कल पटना की एसटीएफ की टीम मुख्य पार्षद से गहन पूछताछ के बाद लौट गई थी। बाद में पुलिस ने पार्षद को हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि सहरसा की पुलिस को रंगदारी के एक मामले में पक्के सबूत मिलने के बाद पार्षद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस टीम अपने साथ सहरसा ले गई। जिले की पुलिस ने रिंकू पाठक की पिस्टल की अनुज्ञप्ति रद करने को भी डीएम को लिखा है।
पूछताछ के बाद पुलिस अन्य सफेदपोश की तलाश में लगी है।
गुरुवार को एसटीएफ ने की थी पूछताछ-
मालूम हो कि केसरिया नगर पंचायत के अध्यक्ष रजनीश उर्फ रिंकू पाठक को गुरुवार को पटना एसटीएफ की टीम उनके घर पर छापेमारी कर अपने हिरासत में लेकर स्थानीय थाना लाई थी। इस दरमियान एसटीएफ की टीम थाना परिसर में घंटो पूछताछ की। स्थानीय थानध्यक्ष को सौंप बैरंग वापस लौट गई थी। उस दिन पटना की एसटीएफ की टीम ने जिला प्रशासन के साथ केन्द्रीय कारा में भी रेड की थी। जहां पर संतोष पाठक के शार्गिद संजीत चौधरी व उसके तीन साथियों की तलाशी ली थी। लेकिन वहां कोई मोबाइल नहीं मिला था।
क्या है मामला-
सहरसा के ठीकेदार समरेश कुमार सिंह का शिवहर में सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। इस सड़क निर्माण के लिए 46 करोड़ का टेंडर है। इस टेंडर का 10 प्रतिशत रंगदारी की मांग संतोष पाठक गिरोह के नाम पर की गई है। पुलिस का कहना है कि जिस मोबाइल से रंगदारी की मांग की जा रही थी। उस मोबाइल से रिंकू पाठक की भी बात हुई है। इतना ही नहीं रंगदारी वाले नम्बर का लोकेशन यूपी के कुशीनगर का था। उसी दिन रिंकू पाठक के अपने मोबाइल का भी लोकेशन कुशीनगर ही था। इससे पुलिस को अंदेशा है कि रिंकू पाठक भी उस दिन कुशीनगर में ही उपस्थित था।
रिंकू पर इस गिरोह के रंगदारी के रुपए कलेक्ट करने का भी आरोप लगा है। पुलिस का कहना है कि एक अन्य मामले में रिंकू पाठक पटना के एक ठीकेदार से रंगदारी के रुपये वसूलने गया था।
हत्यारों को भी दी थी शरण-
पिछले वर्ष मोतिहारी के ढाका अनुमंडल कार्यालय परिसर में अभिषेक झा की हत्या हुई थी। पुलिस का कहना है कि मर्डर के बाद हत्या के आरोपी रिंकू पाठक के गांव पर ठहरे थे।