दरभंगा। देवेन्द्र कुमार ठाकुर।
आशा कार्यकत्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर अपने आंदोलन के तहत गुरुवार को दरभंगा जंक्शन पर पवन एक्सप्रेस को घंटो रोक दिया।
सरकारी सेवक घोषित करने, 18000 रुपये मानदेय सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्त्ताओं के संयुक्त मंच के आह्वान पर 27 दिनों से चल रही हड़ताल के समर्थन में आज रेल रोको अभियान चलाया। इससे इस रूट का यातायात बाधित रहा।
रेल रोको आंदोलन में बिहार राज्य आशा कार्यकर्त्ता संघ गोप गुट, खेग्रामस, ऐपवा, बिहार राज्य आशा संघ, बिहार राज्य जन स्वास्थ्य चिकित्सा कर्मचारी संघ के नेतृत्व में दरभंगा म्युजिम से जुटकर जुलूस के शक्ल दरभंगा जंक्शन पर खड़ी पवन एक्सप्रेस के सामने रेल पटरी पर उतरकर नारेबाजी करने लगे। रेल रोको अभियान का नेतृत्व सबिता कुमारी, ममता कुमारी, विजय लक्ष्मी देवी, चमन आरा, बिहार राज्य आशा संघ के सरंक्षक उमेश साह, ऐपवा की रसीदा खातून, खेग्रामस के गणेश महतो, विनोद सिंह, सुनीता देवी आदि कर रहे थे।
आंदोलन के कारण करीब घंटो पवन एक्सप्रेस दरभंगा स्टेशन पर ही रूकी रही। रेल पटरी पर विजय लक्ष्मी की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ऐक्टू नेता उमेश प्रसाद साह ने कहा कि 27 दिनों से आशा के हड़ताल से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह ठप्प है। लेकिन सरकार सोयी हुई हैं और आज बाध्य होकर आशा कार्यकर्त्ताओं ने ट्रेन को रोकने को मजबूर हुए हैं। अगर जल्द सरकार आशा की मांगों पर सकारात्मक पहल नही करती हैं तो आंदोलन तेज होगा और हड़ताल जारी रहेगा।